शिक्षा जीवन की सबसे बड़ी पूंजी: कृषि मंत्री
कृषि व पशुपालन मंत्री चन्द्र कुमार ने कहा है कि शिक्षा मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है, जो बाँटने से और अधिक बढ़ती है।

शिबू ठाकुर । ज्वाली
कृषि व पशुपालन मंत्री चन्द्र कुमार ने कहा है कि शिक्षा मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है, जो बाँटने से और अधिक बढ़ती है। यह उदगार उन्होंने आज मंगलवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घाड़जरोट स्कूल के वार्षिक समारोह में बोलते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि शिक्षित व्यक्ति अपनी शिक्षा रूपी लौ द्वारा समाज से अनपढ़ता के अंधकार को मिटा सकता है । उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता है और बच्चे देश का भविष्य होते हैं। शिक्षक अपने ज्ञान और सही मार्गदर्शन से बच्चों के भविष्य को प्रकाशमयी बना सकते हैं।
कृषि मंत्री ने वार्षिक समारोह की सभी को बधाई देते हुए कहा कि वार्षिक उत्सव किसी भी शिक्षण संस्थान की एक वर्ष की उपलब्धियों व कार्य प्रणाली को प्रदर्शित करता है। कृषि मंत्री ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान की पहचान वहां की शिक्षा व्यवस्था के ढ़ांचे,शिक्षकों की मेहनत,बच्चों द्वारा अर्जित उपलब्धियों व अनुशासन की उच्च परम्पराओं से झलकती है। उन्होंने कहा कि सीनियर सेकेंडरी स्कूल बच्चों की शिक्षा के आधार हैं, जहां से वे अपनी इच्छानुसार उच्चतर शिक्षा को चुनते हैं।
प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षण संस्थानों में बच्चों को गुणात्मक और संस्कारयुक्त शिक्षा प्रदान करने पर विशेष बल दे रही है। शिक्षण संस्थानों में शिक्षा के मूलभूत ढ़ांचे को मजबूत बनाने के साथ रिक्त पड़े पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के स्तर को विश्व स्तरीय बनाने के लिए कृत संकल्प है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए सभी राजकीय विद्यालयों में चरणबद्ध आधार पर स्मार्ट कक्षाएं आरम्भ की जा रही हैं और सभी स्तरों पर अध्यापकों को तकनीक के उपयोग में पारंगत बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करती है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ अपने संस्कारों, परम्पराओं और संस्कृति की जानकारी होना आवश्यक हैं। इस दिशा में अभिभावकों के साथ-साथ अध्यापकों को भी बेहतर तालमेल से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि संस्कार और संस्कृति का ज्ञान भविष्य की नींव को मज़बूत करने में सहायक होता है।कृषि मंत्री ने कहा कि गरीब परिवारों के मेधावी बच्चों को संसाधनों की कमी के कारण उच्च, व्यवसायिक एवं तकनीकी शिक्षा हासिल करने में कोई परेशानी न हो। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए डॉ. यशवंत
सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना आरम्भ की गई है। इस योजना के तहत अधिकतम 20 लाख रुपए तक का शिक्षा ऋण एक प्रतिशत ब्याज दर पर उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नगरोटा सूरियाँ क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए नेशनल डेवलपमेंट बैंक के माध्यम से लगभग 30 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं । उन्होंने बताया कि इसके तहत 24 वाटर टैंक और पांच ट्यूबवेल बनाए गए हैं।
प्रो. चन्द्र कुमार ने बताया कि स्कूल में दो अतिरिक्त कमरों के निर्माण के लिए 18 लाख रुपए की राशि का प्रावधान किया जाएगा ताकि निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके। उन्होंने स्कूल के पुराने भवन की आवश्यक मरम्मत के लिए आकलन तैयार करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। इस मौके पर बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कृषि मंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हजार की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
कृषि मंत्री ने सुनी जनसमस्याएं
कृषि मंत्री ने इस अवसर पर जनसमस्याएं सुनी तथा अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया। उन्होंने अधिकारियों को समस्याओं के समयबद्ध निपटारा सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए। इससे पहले, स्कूल की प्रिंसिपल मीनाक्षी ने शाल,टोपी व स्मृति चिन्ह देकर कृषि मंत्री का स्वागत किया तथा स्कूल की वार्षिक गतिविधिओं का विवरण प्रस्तुत किया।
यह रहे मौजूद
ज़िला परिषद सदस्य वीना धीमान,स्कूल की प्रिंसिपल मीनाक्षी,एसएमसी प्रधान सुरेश कुमार,पंचायत प्रधान कर्म चंद,उप प्रधान सुशील कुमार,कांग्रेस नेता विवेक ठाकुर (लक्की), राज शहरिया, हंस राज,सतीश पूरिया, सरन दास,लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मनोहर लाल शर्मा, बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता आदर्श शर्मा, जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता अजय शर्मा, उपमंडलीय भूसरंक्षण अधिकारी चंचल राणा,राजीव गांधी पंचायती राज के जिला अध्यक्ष मनमोहन सिंह, ज़िला महिला कांग्रेस सेवादल की प्रधान सुषमा चौधरी,कांग्रेस महासचिव रामपाल धीमान, मीडिया प्रभारी कृष्ण भारद्वाज, ओबीसी सेल के उपाध्यक्ष अश्वनी चौधरी, स्कूल के बच्चे, अभिभावक, शिक्षक, पंचायत प्रतिनिधि व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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