PM मोदी ने भूटान में 1,020MW हाइड्रोपावर का उद्घाटन किया, रिश्तों में नई ऊर्जा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 नवंबर 2025 को भूटान में 1,020 मेगावाट के Punatsangchhu-II हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन कर भारत-भूटान सहयोग को नई ऊर्जा दी।
भारत-भूटान रिश्तों को नई ऊंचाई मिली जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 नवंबर 2025 को Punatsangchhu-II हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। यह प्रोजेक्ट न केवल दोनों देशों की ऊर्जा साझेदारी को मजबूत करेगा बल्कि भूटान की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा बदलाव लाएगा।
शुभ शुरुआत – क्या है Punatsangchhu-II प्रोजेक्ट?
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स्थान: भूटान के Wangdue Phodrang जिले में Punatsangchhu नदी पर
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कुल क्षमता: 1,020 मेगावाट
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छह यूनिट्स दिसंबर 2024 से जुलाई 2025 के बीच चालू हुईं, आखिरी यूनिट अगस्त 2025 में
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प्रोजेक्ट की कुल लागत ₹37,778 मिलियन, भारत की 30% ग्रांट, 70% लोन की सहायता
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सालाना 1.3 बिलियन यूनिट बिजली उत्पादन, भूटान को ₹4.9 अरब की सालाना आय
भारत-भूटान सहयोग और आर्थिक फायदा
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PM मोदी और भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की मौजूदगी में उद्घाटन
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भारत ने भूटान को ₹4,000 करोड़ की अतिरिक्त क्रेडिट लाइन जारी की – भविष्य की परियोजनाओं के लिए
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हाइड्रोपावर साझेदारी से स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण रक्षा और दोनों देशों की दोस्ती को बढ़ावा
Q&A – जनता की सोच, सवाल और जवाब
Q: क्या इससे भारत को भी फायदा मिलेगा?
A: हाँ, भारत को भूटान से बिजली मिलेगी, जिसका इस्तेमाल कई राज्यों में ग्रीन एनर्जी के लिए होगा।
Q: भविष्य में क्या और प्रोजेक्ट हैं?
A: Punatsangchhu-I (1,200 MW) डैम का भी निर्माण जल्द शुरू होगा, भारत-भूटान संयुक्त विज़न जारी।
निष्कर्ष:
यह ऐतिहासिक प्रोजेक्ट न सिर्फ ऊर्जा के क्षेत्र में बल्कि द्विपक्षीय संबंधों में भी नई ऊर्जा लाया है। भारत और भूटान का यह कदम भविष्य की स्वच्छ, हरित और मजबूत ऊर्जा साझेदारी की ओर इशारा करता है।
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