तेजस क्रैश: शहीद पायलट नमांश स्याल को पैतृक गाँव में अंतिम विदाई

तेजस क्रैश में शहीद पायलट नमांश स्याल का पार्थिव शरीर पैतृक गाँव पटियालकर पहुँचा। हजारों लोगों ने नम आँखों से श्रद्धांजलि दी। सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ।

Nov 23, 2025 - 19:05
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तेजस क्रैश: शहीद पायलट नमांश स्याल को पैतृक गाँव में अंतिम विदाई
तेजस क्रैश: शहीद पायलट नमांश स्याल को पैतृक गाँव में अंतिम विदाई

धर्मशाला | संजीव भारद्वाज

तेजस क्रैश में शहीद हुए पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट नमांश स्याल का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गाँव पटियालकर पहुँचा। गाँव और क्षेत्रभर में शोक और गर्व का भाव एक साथ उमड़ पड़ा। हजारों लोग नम आँखों के साथ अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई देने पहुँचे।


वरिष्ठ नेताओं और अधिकारियों ने अर्पित की श्रद्धांजलि

शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रदेश सरकार और प्रशासनिक अमला बड़ी संख्या में गाँव पहुँचा। इस दौरान निम्न प्रमुख लोग उपस्थित रहे—

  • आयुष, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा

  • पर्यटन निगम के अध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) आर.एस. बाली

  • हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष अजय वर्मा

  • उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा

  • एसपी देहरा मयंक चौधरी

  • एसडीएम मनीष शर्मा

  • पूर्व मंत्री विपिन सिंह परमार

  • पूर्व विधायक अरुण मेहरा

  • सेना और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी

सभी ने पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि दी और परिवार को ढांढस बंधाया।


“राष्ट्र नमांश स्याल के बलिदान को कभी नहीं भूलेगा” — नेताओं का संदेश

अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने कहा कि फ्लाइट लेफ्टिनेंट नमांश स्याल का साहस और बलिदान राष्ट्र के लिए प्रेरणा है।
उन्होंने कहा कि—
“शहीद का यह सर्वोच्च बलिदान आने वाली पीढ़ियों को देश सेवा की प्रेरणा देता रहेगा।”


गगल हवाई अड्डे पर भी मौजूद रहे वरिष्ठ अधिकारी

शहीद के पार्थिव शरीर के गगल एयरपोर्ट पहुँचने पर भी मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
परिवार के सदस्यों को सांत्वना देते हुए उन्होंने कहा कि यह दुख पूरे राष्ट्र का है, हिमाचल अपने वीर सपूत पर गर्व करता है।


सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

शहीद नमांश स्याल का अंतिम संस्कार पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ किया गया।
मुखाग्नि उनके ताया के पुत्र निशांत ने दी।
तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर, गार्ड ऑफ ऑनर और सैनिक बैंड की सलामी ने हर किसी को भावुक कर दिया।


निष्कर्ष

शहीद नमांश स्याल का बलिदान न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे हिमाचल के लिए गर्व का विषय है। क्षेत्रवासियों ने कहा कि वे हमेशा उनके साहस और देशभक्ति को याद रखेंगे।

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