पौंग बांध में शीघ्र चलेंगी सोलर बोट्स, आनलाइन पोर्टल होगा तैयार: उपायुक्त डा निपुण जिंदल 

स्वदेश दर्शन 2.0 के पहले चरण में पोंग बांध क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 24 करोड़ खर्च किए जाएंगे तथा प्रारंभिक तौर पर शीघ्र ही सोलर बोट्स चलाई जाएंगी, जिस के लिए आनलाइन पोर्टल तैयार किया जाएगा ताकि अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों को इसकी जानकारी मिल सके।

Jan 23, 2024 - 19:49
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पौंग बांध में शीघ्र चलेंगी सोलर बोट्स, आनलाइन पोर्टल होगा तैयार: उपायुक्त डा निपुण जिंदल 

मुनीश धीमान। धर्मशाला 

स्वदेश दर्शन 2.0 के पहले चरण में पोंग बांध क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 24 करोड़ खर्च किए जाएंगे तथा प्रारंभिक तौर पर शीघ्र ही सोलर बोट्स चलाई जाएंगी, जिस के लिए आनलाइन पोर्टल तैयार किया जाएगा ताकि अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों को इसकी जानकारी मिल सके। मंगलवार को स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग में उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि स्वदेश दर्शन प्रोजेक्ट को धरातल पर अमलीजामा पहनाने के लिए तत्परता के साथ कार्य किया जाएगा ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिला कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पोंग बांध क्षेत्र में पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों को बढ़वा देने के लिए सरकार और जिला प्रशासन द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत पोंग बांध क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए काम कर रही निजी कंसल्टेंसी फर्म वाॅयन्ट्स सोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के साथ क्षेत्र के विकास से जुड़े हर पहलू पर चर्चा की। उपायुक्त ने उनकी योजना का विस्तृत ब्यौरा लेते हुए क्षेत्र के विकास संबंधित व्यवहारिक सुझाव उनसे साझा किए। उन्होंने पोंग बांध क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों के स्कोप और उनकी व्यवहार्यता से संबंधित दिशा निर्देश कंसल्टेंसी फर्म के प्रतिनिधियों को दिए।

उपायुक्त ने कहा कि पोंग बांध क्षेत्र में मुख्यत: नगरोटा सूरियां, फतेहपुर, नंगल चैक और मठियाल के क्षेत्र पड़ते हैं। इस सभी क्षेत्रों की अपनी खासियत है तथा उसके अनुरूप ही वहां पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों को खड़ा करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में बोटिंग, वाॅटर स्पोर्ट्स, साहसिक गतिविधियां, पक्षी दर्शन, इको टूरिज्म, सांस्कृतिक और मंदिरों से जुड़े विशेष स्थान हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकसित गतिविधियों के अनुरूप स्थानीय युवाओं के क्षमता निर्माण और कौशल विकास पर भी कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन से जुड़ी गतिविधियों को इस प्रकार विकसित किया जाए जिससे स्थानीय लोगों की आर्थिक हालत भी सुदृढ़ हो। इस अवसर पर एडीसी सौरभ जस्सल, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विनय धीमान, जीएम उद्योग राजेश कुमार सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।

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