कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा में आयोजित ग्रामीण कार्य अनुभव कार्यक्रम हुआ संपन्न
गुरुवार को कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा में ग्रामीण कार्य अनुभव कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन किया गया।

सुमन महाशा। कांगड़ा
गुरुवार को कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा में ग्रामीण कार्य अनुभव कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन किया गया। यह एक महीने का कार्यक्रम चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कॉलेज ऑफ कम्युनिटी साइंस द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन बी.एससी. (ऑनर्स) कम्युनिटी साइंस के अंतिम वर्ष के छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने और अपने चार वर्ष की डिग्री में जितना ज्ञान अर्जित किया उसे ग्रामीण क्षेत्र में धरातल पर लागू करने के लिए किया गया था।
यह कार्यक्रम 29 जनवरी 2024 को शुरू हुआ था और इसमें कुल 33 छात्र शामिल थे। प्रत्येक छात्र को तीन गांवों अन्सोली , समीरपुर और ललेहर के दो-दो परिवार आवंटित किए गए थे। इस कार्यक्रम में कुल 66 दत्तक परिवार शामिल हुए। एक माह के लिए इन छात्रों ने इन गांवों में जाकर फल-सब्जियों, अनाज, व मिल्लेट्स के मूल्यवर्धित उत्पाद (जैम , जैली, मार्मलेड, स्क्वैश,रागी के लड्डू), चीड़ के पत्तों की टोकरी, फूलदान, विभिन प्रकार की पेंटिंग्स, जूट के बैग, मैगज़ीन होल्डर इत्यादि पर व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया।
कार्यक्रम का संचालन कृषि विज्ञान केंद्र काँगड़ा की वैज्ञानिक डॉ नीतू शर्मा द्वारा किया गया जिसमें कॉलेज ऑफ कम्युनिटी साइंस के अधिष्ठाता डॉ वाईएस धालीवाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। डॉ नीतू शर्मा ने कार्यक्रम की विस्तृत रुपरेखा का विवरण रखते हुए छात्रों एवं किसानों की सहभागिता पर चर्चा की। इस कार्यक्रम का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा के कार्यक्रम समन्वयक डॉ संजय शर्मा, कॉलेज ऑफ कम्युनिटी साइंस, पालमपुर के रावे समन्वयक डॉ रंजना वर्मा, व सह समन्वयक डॉ बिंदिया दत्त, अन्य विभागाध्यक्षों; डॉ राज पठानिया, डॉ सपना गौतम, डॉ नीना व्यास, डॉ अनुपमा संदल, कृषि विज्ञान केंद्र काँगड़ा के सस्य वैज्ञानिक डॉ दीप कुमार, 33 छात्रों और 66 कृषक महिलाओं की उपस्थिति में किया गया।
केंद्र कांगड़ा के कार्यक्रम समन्वयक डॉ संजय शर्मा ने छात्रों के प्रयासों की सराहना और प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों द्वारा बनाई गई प्रदर्शनी को देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई। इन चयनित गांवों की तीन महिलाओं -ज्योति, पूजा व रुक्मणि ने छात्रों के साथ अपने अनुभव साँझा किए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ वाईएस धालीवाल ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की और कृषक महिलाओं को स्टार्टअप और उद्यमिता में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने छात्रों को उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं भी दीं। बाद में छात्रों ने भी ग्रामीणों के साथ काम करने के अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम का समापन ग्रामीण कार्य अनुभव (RAWE) समन्वयक डॉ रंजना वर्मा और छात्रों में से वीनस चौधरी द्वारा धन्यवाद भाषण के साथ हुआ।
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