‘Tech-Swadeshi’ मिशन: अगले 5 साल में ₹1 लाख करोड़ का रिसर्च फंड
केंद्र सरकार की ‘Tech-Swadeshi’ पहल! ₹1 लाख करोड़ अनुसंधान फंड व ₹20,000 करोड़ स्टार्टअप फंड, भारत में तकनीकी आत्मनिर्भरता का नया दौर शुरू।
‘Tech-Swadeshi’ मिशन: भारत बनेगा टेक्नोलॉजी का नया पावरहाउस
नई दिल्ली में आयोजित TiEcon सम्मेलन (28 अक्टूबर 2025) में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ‘Tech-Swadeshi’ पहल का शानदार ऐलान किया। अगले 5 साल में भारत सरकार देशी तकनीक और इनोवेशन को नई ऊंचाई देने के लिए ₹1 लाख करोड़ अनुसंधान फंड और ₹20,000 करोड़ स्टार्टअप फंड जारी करेगी।
क्यों जरूरी है Tech-Swadeshi?
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भारत अब केवल डिजिटल सर्विस हब नहीं, अब टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का ग्लोबल इंजन बनना चाहता है।
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इस मिशन से देश की तकनीकी आत्मनिर्भरता मजबूत होगी और विदेशी टेक्नोलॉजी या हथियारों पर निर्भरता कम होगी।
क्या है इस फंड की खासियत?
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₹1 लाख करोड़ अनुसंधान फंड — Deep Tech, AI, Green Energy, Quantum, Semiconductors जैसे क्षेत्रों पर फोकस।
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₹20,000 करोड़ Startup Fund — शुरुआती स्टार्टअप्स, MSME और नई-नई DeepTech कंपनियों को रफ्तार मिलेगी।
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IITs और उच्च शिक्षण संस्थानों में 10,000 नई Research Fellowships।
मंत्री का विशेष बयान
"भारत सिर्फ़ बैक ऑफिस नहीं, नवाचार का ग्लोबल इंजन बनना चाहता है। आत्मनिर्भरता और स्वदेशी टेक्नोलॉजी ही देश को सुरक्षित और सशक्त बनाएगी।" — पीयूष गोयल
सरकार का लक्ष्य
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इनोवेशन और रिसर्च के लिए लंबी अवधि, कम लागत की पूंजी।
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स्वदेशी तकनीक के जरिए मजबूत सप्लाई चेन और ‘डिजिटल संप्रभुता’ हासिल करना।
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Deep Tech स्टार्टअप्स और युवा इनोवेटर्स को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाना।
निष्कर्ष
Tech-Swadeshi फंडिंग से हिमाचल समेत भारत के नवाचार प्रेमियों, टेक स्टार्टअप्स और युवाओं को जबरदस्त मौका मिलेगा। देश की अगली पीढ़ी अब सिर्फ यूज़र नहीं, इनोवेटर बनने की तरफ अग्रसर!
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