फतेहपुर नादौन में भव्य गीता जयंती महोत्सव, बच्चों ने मोहा मन
फतेहपुर नादौन में गीता जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। विभिन्न प्राथमिक स्कूलों के बच्चों की सहभागिता आकर्षण का केंद्र रही। 60 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
ब्यूरो रिपोर्ट। हमीरपुर
फतेहपुर नादौन स्थित पूज्य मौनी बाबा कुटिया में गीता जयंती महोत्सव बड़े ही श्रद्धा, उत्साह और आध्यात्मिक ऊर्जा के साथ सम्पन्न हुआ। इस पावन आयोजन में प्राथमिक छात्रों की सक्रिय भागीदारी विशेष आकर्षण का केंद्र बनी रही, जिसने पूरे कार्यक्रम को जीवंत कर दिया।
संयुक्त आयोजन, दिव्य वातावरण
यह भव्य आयोजन डीडीएम साईं प्रशिक्षण महाविद्यालय कल्लर जलाड़ी, ब्रह्म ज्योति समूह डोहगी ऊना, पूज्य मौनी बाबा आध्यात्मिक ट्रस्ट फतेहपुर तथा सोमनाथ महादेव मंदिर समिति के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम का संचालन गीता-सम्मान प्राप्त जेबीटी अध्यापक अनिल ने किया, जबकि सह-योजना में रवि डोगरा और सज्जन कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
“बालमन में गीता ज्ञान के बीज बोना हमारा उद्देश्य”—संयोजक
संयोजक और संस्कृत अध्यापक नरेश मलोटिया ने बताया कि इस वर्ष क्षेत्र की कई प्राथमिक पाठशालाओं से बड़ी संख्या में बच्चों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि—
“बालमन में गीता ज्ञान के बीज बोना और उन्हें भारतीय आध्यात्मिक परंपरा से जोड़ना ही इस महोत्सव का मूल उद्देश्य है।”
सामूहिक अखंड पाठ, भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
कार्यक्रम में गीता का सामूहिक अखंड पाठ किया गया, जिसकी अध्यक्षता आध्यात्मिक ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रो. रत्न चंद शर्मा ने की।
स्थानीय क्षेत्र सहित दूर-दराज़ से आए:
-
गीता साधक
-
श्रद्धालु
-
अध्यापक
-
अभिभावक
ने शामिल होकर पुण्य लाभ कमाया।
गुरुओं, साधकों और शिक्षकों की गरिमामयी उपस्थिति
महोत्सव में ब्रह्म ज्योति समूह से:
वेद प्रकाश कश्यप, शिवकुमार कश्यप, अमरचंद शर्मा, मदनलाल शर्मा, सुरेंद्र कश्यप, शिक्षित ठाकुर, अशोक ठाकुर, बालकृष्ण शर्मा आदि मौजूद रहे।
डीडीएम साईं कॉलेज से:
राजेश कपिल, डॉ. मलकीयत सिंह राणा, डॉ. मोनिका, सोनिया, मधु शर्मा, नेहा सिंह, रमेश, सुनील, विजय आदि भी उपस्थित रहे।
गीता के महत्व पर व्याख्यान
अध्यक्ष रत्न चंद शर्मा, ब्रह्म ज्योति समूह के वेद प्रकाश कश्यप और डीडीएम साईं महाविद्यालय के राजेश कपिल ने गीता की:
-
उपयोगिता
-
जीवन में व्यावहारिक अनुप्रयोग
-
नैतिक शिक्षा
पर विस्तृत विचार प्रस्तुत किए।
60 विद्यार्थियों और 50 साधकों को मिला सम्मान
महोत्सव में गीता पाठन में सक्रिय लगभग 60 विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही समाज में गीता प्रचार-प्रसार में योगदान देने वाले 50 साधकों को विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
आयोजकों ने कहा कि—
“सम्मान से प्रेरणा बढ़ती है, और समाज में गीता ज्ञान के प्रचार-प्रसार का संकल्प और मजबूत होता है।”
200 से अधिक साधकों की सहभागिता
कार्यक्रम में लगभग 200 गीता साधकों ने भाग लिया। पूरे परिसर में भक्ति, अनुशासन और आध्यात्मिक उल्लास का अद्भुत वातावरण व्याप्त रहा।
भंडारे के प्रसाद के साथ हुआ समापन
कार्यक्रम का समापन भंडारे के प्रसाद के साथ हुआ, जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर गीता जयंती का पावन पर्व मनाया।
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0