हॉर्टिकल्चर छात्र, घुमारवीं के शुभम की बदली तकदीर
28 वर्षीय शुभम स्याल ने पपलाह गांव में मसाला उद्योग स्थापित कर 50 लाख सालाना कमाने का लक्ष्य तय किया। प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत शुरू किया गया उनका उद्योग अब हिमाचल, उत्तराखंड, और उत्तर प्रदेश में मसालों की आपूर्ति कर रहा है, और उन्होंने कई स्थानीय लोगों को रोजगार दिया है।

ब्यूरो। रोज़ाना हिमाचल
मसाला प्रोसैसिंग इंडस्ट्री ने 28 वर्षीय शुभम स्याल की तकदीर बदलकर रख दी है। घुमारवीं उपमंडल के तहत पपलाह गांव शुभम ने मसाला इंडस्ट्री की स्थापना के बाद 50 लाख सालाना कमाने का लक्ष्य तय किया। उन्होंने शुद्ध एवं प्राकृतिक मसाले तैयार कर हिमाचल ही नहीं, बल्कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश इत्यादि राज्यों को भी भेजे जा रहे हैं। शुभम आज की नई युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं। उन्होंने शुद्ध एवं प्राकृतिक मसालों का बनाने का काम मसाला उद्योग न्यू रूट्स आर्गेनिक घुमारवीं विकासखंड के गांव पपलाह में शुरू किया है। शुभम स्याल ने प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत इसकी शुरुआत की। पच्चीस लाख रूपए की लागत से उद्योग के लिए सभी तय औपचारिकताएं की और अपना मसाला उद्योग खड़ा किया और दो से तीन महीने कार्य करते हुए हो चुके हैं। शुभमन ने इलाके के अन्य बेरोजगार युवाओं के लिए भी रोजगार का माध्यम भी तैयार किया है।
संस्थापक का उददेश्य है कि इस उद्योग के माध्यम से सभी लोगों तक शुद्ध मसाले पहुंचे ताकि मसालों की सही क्वालिटी लोगों को मिले। हॉर्टिकल्चर में मास्टर डिग्री प्राप्त शुभम स्याल ने बताया कि इनके मसाले जल्दी ही सभी जगह उपलब्ध होंगे तथा इनकी वेबसाइट से भी खरीद सकते हैं। वह उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में उद्योग विभाग की कृषि विकास योजना में बतौर जिला प्रभारी कार्यरत रहे और वहां पर तीन वर्ष तक कार्य किया। वहां उन्हें कृषि के बारे में काफी कुछ सीखने को भी मिला। तभी से उन्होंने अपना ही उद्योग शुरू करने का निर्णय लिया। इसी निर्णय के साथ वापस घर लौटे और मसाला इंडस्ट्री कैसे स्थापित करना है, उस योजना पर काम शुरू किया। उन्होंने प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना में आवेदन किया और मसाला इंडस्ट्री के लिए तमाम औपचारिकताएं पूरी की। सितंबर 2023 से मसाला इंडस्ट्री ने कार्य शुरू किया और आज हिमाचल के साथ साथ यूपी व उत्तराखंड इत्यादि राज्यों में मसालों की सप्लाई भेजी जारही है।
हर प्रकार के मसाले उपलब्ध
शुभम स्याल के अनुसार इस फाइनेंसियल ईयर पचास लाख रूपए के सालाना कारोबार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उनकी इंडस्ट्री में घुमारवीं व सुन्हाणी सहित आसपास क्षेत्र के आधा दर्जन लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ है। उन्होंने बताया कि मसाला युनिट में हल्दी पाउडर, लालमिर्च, धनिया पाउडर, मिक्स मसाला और जीरा मसाला इत्यादि तैयार किया जाता है। उन्होंने बताया कि पिता कपूरा स्याल कालेज से लाईब्रेरियन पद से रिटायर्ड हैं और माता प्रेमलता स्याल गृहिणी हैं। माता पिता की प्रेरणा व शुभ आशीर्वाद से से ही स्वरोजगार के रास्ता प्रशस्त हुआ।
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