लाहौल की मियार घाटी में दिखा वो जीव, जिसे लुप्त मान लिया गया था
लाहौल की मियार घाटी में कैमरे में कैद हुई Woolly Flying Squirrel। अक्टूबर-दिसंबर 2024 में मिली झलक, अप्रैल 2025 में हुआ खुलासा।

🐿️ हिमाचल की वादियों में लौटा रहस्य: दशकों बाद कैमरे में कैद हुई ‘उड़ने वाली गिलहरी’
हिमाचल की बर्फ से ढकी चोटियों के बीच छिपा एक ऐसा जीव, जिसके अस्तित्व पर वैज्ञानिक तक सवाल उठाने लगे थे, अचानक फिर से जीवंत हो उठा। लाहौल की मियार घाटी (Miyar Valley, Lahaul-Spiti) के जंगलों में लगे कैमरा ट्रैप ने रात के अंधेरे में उस प्राणी को कैद कर लिया, जिसे कभी “लुप्त” मान लिया गया था – Woolly Flying Squirrel।
🌌 कौन है यह रहस्यमयी जीव?
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वैज्ञानिक नाम: Eupetaurus cinereus
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दुनिया की सबसे बड़ी उड़ने वाली गिलहरी
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रात में सक्रिय, लंबी फूली पूंछ और पंख जैसी झिल्ली की मदद से हवा में 100 मीटर तक फिसल सकती है।
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इंसानों की नजरों से बचना इसका स्वभाव है, इसीलिए दशकों तक इसे कोई देख ही नहीं पाया।
📸 कब और कहाँ मिली पहली झलक?
यह खोज किसी रहस्य से कम नहीं—
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10 अक्टूबर से 4 दिसंबर 2024 के बीच, हिमाचल वन विभाग और Nature Conservation Foundation (NCF) ने Snow Leopard Population Assessment in India (SPAI) के तहत कैमरा ट्रैप लगाए थे।
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इन्हीं कैमरों में, लाहौल की मियार घाटी (Lahaul’s Miyar Valley) में पहली बार Woolly Flying Squirrel कैद हुई।
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लगभग 5 अप्रैल 2025 को इस खोज की आधिकारिक घोषणा हुई और यह पूरी दुनिया के सामने आई।
👉 यानी मियार घाटी की बर्फीली वादियों में महीनों तक यह रहस्य कैमरों में छुपा रहा, और जब सार्वजनिक हुआ तो वैज्ञानिक भी दंग रह गए।
🔮 लोककथाओं का रहस्य
मियार घाटी के आसपास के ग्रामीण इसे “पहाड़ों की आत्मा” और “रात्रि प्रेत गिलहरी” कहते रहे हैं।
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कई लोगों का दावा है कि उन्होंने रात में किसी “उड़ते साए” को देखा है।
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मान्यता है कि अगर इसकी परछाईं नजर आ जाए तो आने वाले समय का शुभ-अशुभ संकेत मिलता है।
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पर सच यह है कि वैज्ञानिकों ने अब जाकर साबित किया कि यह जीव वास्तव में लाहौल की मियार घाटी की अंधेरी रातों में मौजूद है।
⚠️ क्या फिर से खो जाएगा यह जीव?
भले ही दशकों बाद यह रहस्य खुल गया हो, पर इसका भविष्य अब भी संकट में है—
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ग्लेशियर पिघलने और जलवायु परिवर्तन से इसका घर यानी लाहौल की ऊँची घाटियाँ तेजी से बदल रही हैं।
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सड़क निर्माण, पर्यटन और अवैध शिकार भी खतरा बढ़ा रहे हैं।
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वैज्ञानिक मानते हैं कि अगर तुरंत संरक्षण नहीं किया गया, तो यह जीव एक बार फिर अंधेरे में खो जाएगा।
❓ सबसे बड़ा सस्पेंस
कैमरे में कैद हुई यह गिलहरी हिमाचल की जैव विविधता का गौरव है। लेकिन सवाल यह है—
👉 क्या आने वाली पीढ़ियाँ लाहौल की मियार घाटी में इस जीव को देख पाएंगी?
या फिर 2024-25 की तस्वीरें ही इसका आखिरी सबूत बनकर रह जाएंगी?
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