मशरूम उत्पादन पर चल रहे पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन
कृषि विज्ञान केंद्र बड़ा में मशरूम उत्पादन पर चल रहे पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिवर का शुक्रवार को समापन हो गया।

रूहानी नरयाल। नादौन
कृषि विज्ञान केंद्र बड़ा में मशरूम उत्पादन पर चल रहे पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिवर का शुक्रवार को समापन हो गया। इस शिवर में नादौन , हमीरपुर, भोरंज, बीझड़ तथा सुजानपुर विकास खंडों के 40 किसानों ने भाग लिया। इस दौरान कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर विशाल डोगरा ने केंद्र की गतिविधियों सहित आर्य परियोजना, सब्जी उत्पादन नर्सरी तथा उनके मूल्य वर्धन के लिए आयोजित होने वाले शिवरों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। डॉक्टर विद्यासागर ने मशरूम उत्पादन, मशरूम की विभिन्न प्रजातियां, इनके उत्पादन के लिए आवश्यक सावधानियों सहित डिंगरी आदि के उत्पादन की जानकारी दी।
कीट वैज्ञानिक डॉक्टर छवि ने मशरूम उत्पादन के दौरान इन्हें लगने वाले कीटों बीमारियों व उनके रोकथाम की जानकारी दी। उन्होंने किसानों को खूंभ उत्पादन फॉर्म कडरोला का भ्रमण करवाया तथा इन्हें कंपोस्ट खाद बनाने की भी जानकारी दी। डॉ नवीन जरवल ने किसानों को खुभ उत्पादन के बाद बचे हुए कंपोस्ट को उपयोग करने वारे जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने खुभ के बड़े आकार, अधिक उत्पादन सहित अन्य पहलुओं बारे बताया।
रेखा डोगरा ने मशरूम का अचार, चटनी, बड़ियां सहित अन्य खाद्य पदार्थ बनाने सहित इसके औषधीय गुणों के बारे भी बताया तथा कहा कि दैनिक भोजन में कैसे इनका प्रयोग किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि खुभ उत्पाद शरीर में रोग रोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
दिनेश शर्मा ने किसानों को केंद्र की विभिन्न शाखाओं का भ्रमण करवाया। वही डॉक्टर विशाल डोगरा ने कार्यक्रम के अंत में किसानों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किए।
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