मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना, विधवा महिलाओं के 27 वर्ष तक के बच्चों का खर्चा उठा रही सरकार
मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के अंतर्गत हिमाचल सरकार विधवा महिलाओं के बच्चों की शिक्षा का पूरा दायित्व उठा रही है।
ओम प्रकाश शर्मा। शिमला
मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के अंतर्गत हिमाचल सरकार विधवा महिलाओं के बच्चों की शिक्षा का पूरा दायित्व उठा रही है। मुख्यमंत्री का कहना है कि हम अपने बच्चों के जीवन में कभी भी अभाव का साया नहीं पढ़ने देंगे। उनकी मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग, आईआईटी और पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई का संपूर्ण खर्च सरकार बहन करेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि हम हर बच्चे के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना 2023 0-14 आयु वर्ग के बच्चों के लिए 1000 रुपये और 14-18 आयु वर्ग के अनाथ बच्चों और एकल महिलाओं के लिए 2500 रुपये का मासिक आवर्ती खाता प्रदान करेगी।
इस योजना में 18 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए 1 लाख रुपये की वार्षिक कोचिंग और छात्रावास शुल्क और कोचिंग के दौरान आवास के लिए 4,000 रुपये की मासिक छात्रवृत्ति भी शामिल है। बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने के लिए मासिक पिकनिक का भी आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत बिना घर वाले अनाथ बच्चों को घर बनाने के लिए 3 बिस्वा जमीन और 3 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी।
पात्र अनाथ बच्चों की शादी के लिए सरकार 2 लाख रुपये देगी और जो लोग अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं उन्हें 2 लाख रुपये की एकमुश्त राशि मिलेगी।
इसके अतिरिक्त, अपने रिश्तेदारों के साथ रहने वाले लगभग 2700 नए पहचाने गए अनाथ बच्चों को 27 वर्ष की आयु तक मासिक 4,000 रुपये मिलेंगे। सरकार ने योजना के संचालन के लिए 101 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। हिमाचल सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से अनाथ बच्चों के सपने साकार होने में मदद मिलेगी।
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