भारत-ईयू व्यापार समझौता: 3 नवंबर को दिल्ली में होंगे बड़े फैसले
भारत-ईयू व्यापार समझौता वार्ता में बड़ी तेजी! 3 नवंबर को यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारी दिल्ली पहुंचेंगे। जानें, क्या हो सकते हैं मुख्य फैसले।
भारत और यूरोपीय संघ (EU) के बीच चल रही व्यापार समझौता वार्ताओं में अब हलचल और तेज़ हो चुकी है। 3 नवंबर को यूरोपीय संघ के मुख्य व्यापार अधिकारी दिल्ली आने वाले हैं, जिससे उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक समझौते की राह आसान हो सकती है।
नई उड़ान भरने को है भारत-यूरोप संबंध
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3 नवंबर को दिल्ली में होंगे भारत-EU व्यापार वार्ता के इम्पॉर्टेंट सेशन
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यूरोपीय टीम में सीनियर कमेटी मेंबर्स शामिल होंगे, जो अलग-अलग व्यापार, निवेश और तकनीकी टॉपिक्स कवर करेंगे
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हाल ही में ब्रुसेल्स में हुई मीटिंग के बाद दोनों पक्षों के बीच कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी है
किन मुद्दों पर हो रही चर्चा?
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टैरिफ और मार्केट एक्सेस
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लेबर, इन्वेस्टमेंट और सस्टेनेबिलिटी
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बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR), विवाद समाधान
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डिजिटल ट्रेड, एसएमई और व्यवसाय के लिए आसान नियम
क्या बोले अधिकारी?
यूरोपीय यूनियन की टीम के वरिष्ठ सदस्य ने कहा, “हमारा मकसद एक संतुलित और आगे की सोच वाला समझौता करना है, जिससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था मज़बूत हो।” भारत की तरफ से भी उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार प्रमुख टैरिफ से जुड़े मुद्दे दूर कर लिए जाएंगे।
क्यों है ये डील ज़रूरी?
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भारत और EU के व्यापारिक संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं
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2024-25 में दोनों के बीच 136 अरब डॉलर का व्यापार हुआ
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FTA के बाद कृषि, टेक्नोलॉजी, सर्विस सेक्टर और छोटे उद्यमों को मिलेगा बूस्ट
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हिमाचल समेत देश के व्यापारियों, किसानों-उद्योगों के लिए नए मौके खुलेंगे
निष्कर्ष
भारत-ईयू व्यापार समझौता सिर्फ दो बड़े इकोनॉमिक ग्रुप्स की बातचीत नहीं, बल्कि एक नई ग्लोबल इकोनॉमी की राह है। हिमाचल के व्यापार से जुड़े लोग भी इस डील से नई उम्मीदें कर सकते हैं।
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