सरकार जनता का सामना करने से भाग रही है: जयराम ठाकुर
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार आपदा की आड़ में पंचायत चुनाव रद्द कर रही है क्योंकि उसे अपनी हार का डर है। जनता का सामना करें और तय समय पर चुनाव करवाएं।

ब्यूरो रिपोर्ट। शिमला
प्रदेश में दिसंबर में प्रस्तावित पंचायत चुनाव रद्द करने के फैसले पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार जनता का सामना करने से डर रही है, इसलिए आपदा की आड़ में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को रोक दिया गया है।
“आपदा बहाना, असली डर हार का है” — जयराम ठाकुर
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार को पहले से पता है कि इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी की करारी हार तय है। इसलिए पहले नगर निगम और निकाय चुनावों से किनारा किया गया, और अब पंचायत चुनाव भी रोक दिए गए।
उन्होंने कहा —
“आपदा के नाम पर सरकार ने डिप्टी कमिश्नरों से पत्र लिखवाए और उसी के आधार पर चुनाव टाल दिए। सब कुछ सरकार की स्क्रिप्ट के मुताबिक किया गया।”
“आपदा पीड़ितों को भगवान भरोसे छोड़ा”
जयराम ठाकुर ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जिन आपदा पीड़ितों के नाम पर चुनाव रोके जा रहे हैं, उन्हें तो सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है।
“सरकार अपनी नाकामी से भागने की बजाय जनता का सामना करे और निर्धारित समय पर चुनाव करवाए,” उन्होंने कहा।
विपक्ष का आरोप: लोकतंत्र पर प्रहार
भाजपा ने इसे लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ बताते हुए कहा है कि चुनाव स्थगित करने का कोई ठोस कारण नहीं है। पार्टी का दावा है कि सरकार जनमत से बचने के लिए बार-बार प्रशासनिक कारणों का सहारा ले रही है।
🔚 निष्कर्ष
पंचायत चुनाव स्थगन पर अब राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। विपक्ष जहां सरकार पर लोकतंत्र से भागने का आरोप लगा रहा है, वहीं सरकार इसे आपदा प्रबंधन की आवश्यकता बता रही है।
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