कांगड़ा में आपदा प्रबंधन पर बड़ी कार्यशाला शुरू – जानें क्यों खास है ये ट्रेनिंग!
कांगड़ा में तीन दिवसीय आपदा प्रबंधन, पीडीएनए और आपदा जोखिम वित्तपोषण पर कार्यशाला का शुभारंभ एडीएम शिल्पी बेक्ता ने किया। इसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, ताकि आपदा की स्थिति में त्वरित व प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके।

सुमन महाशा। कांगड़ा
– जिला मुख्यालय कांगड़ा में आज तीन दिवसीय आपदा प्रबंधन, पोस्ट डिजास्टर नीड्स असेसमेंट (PDNA) और आपदा जोखिम वित्तपोषण पर प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) श्रीमती शिल्पी बेक्ता ने किया।
यह कार्यशाला जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) कांगड़ा द्वारा आयोजित की जा रही है, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी, नगरीय निकाय प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि और आपातकालीन सेवाओं के कर्मी भाग ले रहे हैं।
उद्घाटन अवसर पर एडीएम शिल्पी बेक्ता ने कहा कि कांगड़ा भौगोलिक रूप से संवेदनशील जिला है, जहां भूस्खलन, बादल फटना, भूकंप, जंगल की आग और फ्लैश फ्लड जैसी आपदाएं बार-बार आती हैं। उन्होंने जुलाई 2025 की भारी बारिश, नगरा क्षेत्र में अचानक बाढ़ और धर्मशाला में भवनों को हुए नुकसान का उल्लेख करते हुए कहा कि सुदृढ़ आपदा प्रबंधन योजना और तैयारी जरूरी है।
डी.डी.एम.ए. प्रलेखन समन्वयक श्री रोबिन कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण में जिला, शहर और ग्राम स्तर की आपदा प्रबंधन योजना (DDMP, CDMP, VDMP), PDNA, और आपदा जोखिम वित्तपोषण जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) से श्री प्रियंक जी संसाधन व्यक्ति के रूप में मौजूद हैं, जो वित्तपोषण और पुनर्वास योजनाओं पर मार्गदर्शन देंगे, जबकि श्री संदीप शर्मा मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोसामाजिक सहयोग (Psycho-Social Support) पर प्रशिक्षण देंगे।
कार्यशाला में HRVA, IRS, ESFs, तथा योजनाओं के ऊर्ध्व और क्षैतिज एकीकरण पर समूह कार्य, अभ्यास सत्र और सिमुलेशन ड्रिल कराई जाएगी, ताकि आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
यह प्रशिक्षण 14 अगस्त 2025 तक चलेगा और समापन पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
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