कांगड़ा में चिट्टे पर सबसे बड़ा वार! 22 पंचायतों के साथ डीसी हेमराज बैरवा की हाईलेवल बैठक, 10 लाख तक इनाम का ऐलान

इंदौरा में आयोजित नारकोटिक्स को-ऑर्डिनेशन बैठक में उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने सीमावर्ती क्षेत्रों में एंटी-चिट्टा अभियान को और सख्त बनाने के निर्देश दिए। 22 पंचायतों की नशा निवारण समितियों के साथ विस्तृत मंथन किया गया।

Dec 19, 2025 - 17:44
 0  0
कांगड़ा में चिट्टे पर सबसे बड़ा वार! 22 पंचायतों के साथ डीसी हेमराज बैरवा की हाईलेवल बैठक, 10 लाख तक इनाम का ऐलान

 रघुनाथ शर्मा । इंदौरा 

कांगड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में चिट्टा सहित सभी मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान को और अधिक सशक्त करने के उद्देश्य से इंदौरा में नारकोटिक्स को-ऑर्डिनेशन की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने की।

बैठक में पुलिस जिला नूरपुर के अंतर्गत नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों को अधिक प्रभावी, संगठित और परिणामोन्मुख बनाने पर गहन चर्चा की गई। उपायुक्त ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिले से चिट्टा को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रशासन, पुलिस और समाज के सभी वर्गों के समन्वित प्रयास सुनिश्चित किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक नूरपुर कुलभूषण वर्मा, एसडीएम नूरपुर अरुण शर्मा, एसडीएम ज्वाली नरेंद्र जरयाल, एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती, एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और नशा निवारण समितियों के सदस्य उपस्थित रहे।

22 पंचायतों के साथ विस्तृत मंथन

उपायुक्त ने बताया कि नूरपुर पुलिस जिला की 22 पंचायतों की नशा निवारण समितियों के अध्यक्षों और सदस्यों के साथ विस्तार से चर्चा की गई। प्रतिनिधियों से यह जाना गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नशे के खिलाफ कौन-सी कार्ययोजना अपनाना चाहते हैं, साथ ही सरकार की भावी रणनीति से भी उन्हें अवगत करवाया गया।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शिमला, धर्मशाला और हमीरपुर में एंटी-चिट्टा रैलियां आयोजित की जा चुकी हैं। इसी कड़ी में रेड जोन पंचायतों में नशा निवारण समितियों का गठन किया गया है ताकि जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।

हर दो सप्ताह बैठक, मासिक समीक्षा

बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक नशा निवारण समिति हर दो सप्ताह बैठक करेगी, जबकि एसडीएम स्तर पर मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी।

डिमांड साइड पर युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए खेल सुविधाएं, रचनात्मक गतिविधियां और सकारात्मक विकल्प विकसित किए जाएंगे।

वहीं सप्लाई साइड पर संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त बाहरी तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और सूचना तुरंत पुलिस को दी जाएगी।

10 हजार से 10 लाख तक इनाम

उपायुक्त ने बताया कि राज्य सरकार शीघ्र ही चिट्टा सूचना इनाम योजना शुरू करने जा रही है। इसके तहत चिट्टा से जुड़ी सूचना देने पर 10 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक इनाम दिया जाएगा।

नागरिक 112 नंबर पर कॉल कर या नजदीकी पुलिस थाना में सूचना दे सकते हैं। सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।

युवाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता

उपायुक्त ने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई केवल प्रशासन या पुलिस की नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। युवाओं, अभिभावकों, पंचायती राज संस्थाओं, महिला मंडलों और स्वयंसेवी संगठनों से अभियान में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया गया।

उन्होंने बताया कि आने वाले समय में उप-मंडल स्तर पर एंटी-चिट्टा वॉकथॉन आयोजित किए जाएंगे। साथ ही स्कूलों और कॉलेजों में एंटी-ड्रग क्लब, प्रहरी क्लब और साथी शिक्षा कार्यक्रम और अधिक सक्रिय किए गए हैं।

उपायुक्त ने दोहराया कि प्रदेश सरकार नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य कर रही है और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0