कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा में 23 वीं कृषि वैज्ञानिक सलाहकार समिति बैठक का किया आयोजन
कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा में 23 वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई।

सुमन महाशा। कांगड़ा
कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा में 23 वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रोफेसर नवीन कुमार, कुलपति, चौ. स. कु. हि. प्र. कृ. वि.वि. पालमपुर ने की। बैठक के अन्य विशिष्ट अतिथियों में विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. विनोद शर्मा और संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग, डॉ. राहुल कटोच शामिल थे।
कार्यक्रम अध्यक्ष ने कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन आदि जैसे अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वैज्ञानिकों और संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा विभिन्न विभागों के परस्पर-संबंध को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र और अन्य अधिकारियों से उनके द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं को साँझा करने का आग्रह किया। उन्होंने विभिन्न संबंधित विभागों के बीच व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाने पर भी जोर दिया ताकि दिन-प्रतिदिन की निर्धारित गतिविधियों और एक-दूसरे के कार्यक्रमों में भागीदारी के बारे में जानकारी आदान प्रदान किया जा सके।
उन्होंने सदस्यों का कृषि उपज के मूल्यवर्धन पर ध्यान केंद्रित किया ताकि अधिक रिटर्न प्राप्त किया जा सके। और कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र को हर साल प्रगतिशील किसानों की एक नई पीढ़ी तैयार करने के लिए काम करना चाहिए।
प्रसार शिक्षा निदेशक, डॉ. विनोद शर्मा ने तिलहन फसलों पर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन आयोजित करने और क्षैतिज प्रसार के लिए नए किसानों को प्रदर्शन स्थलों पर लाने की सलाह दी। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के प्रांगण में न्यूट्री गार्डन की स्थापना के लिए केंद्र के वैज्ञानिकों की भी सराहना की।
डॉ. राजेश कुमार राणा, प्रधान वैज्ञानिक, अटारी, लुधियाना, जोन बैठक में ऑनलाइन उपस्थित थे। उन्होंने अग्रिम पंक्ति प्रदर्शनों और फार्म परीक्षणों के संचालन से पहले और बाद में मिट्टी की जैविक कार्बन स्थिति की रिकॉर्डिंग सुनिश्चित करने की सलाह दी। उन्होंने उद्यमिता विकास के उद्देश्य से कृषि विज्ञान केंद्र और विभिन्न संबंधित विभागों के बीच संबंध स्थापित करने पर जोर दिया और एग्रो इको टूरिज्म को भी महत्व देने का आह्वान किया ।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. राहुल कटोच ने हिम कृषि क्लस्टर खेती और फसल बीमा योजना पर अपने विचार व्यक्त किए। हिमाशु साहू, डीडीएम नाबार्ड ने एफपीओ के गठन पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।
डॉ. संजय शर्मा, कार्यक्रम समन्वयक, केवीके कांगड़ा ने वर्ष 2024-25 के दौरान केवीके द्वारा की गई गतिविधियों और कार्यों और वर्ष 2025-26 के दौरान की जाने वाली गतिविधियों को प्रस्तुत किया। बैठक में अन्य वैज्ञानिक कर्मचारी, विभिन्न लाइन विभागों के प्रमुख, प्रगतिशील किसान और बैठक सदस्य और RAWE छात्र भी शामिल थे।
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