हिमाचलियों का दिल से जुड़ा संदेश: बेंगलुरु-पुणे से आपदा पीड़ितों तक पहुंचाई राहत की किरण!
बेंगलुरु और पुणे में बसे प्रवासी हिमाचलियों ने मंडी जिले के आपदा प्रभावित गांवों में राहत सामग्री और आर्थिक सहायता पहुंचाकर मानवीय संवेदनाओं की मिसाल पेश की। यह प्रयास जरोल पंचायत और पांडव शिला गांव के 9 परिवारों के लिए आशा की किरण बना।

ब्यूरो रिपोर्ट - रोज़ाना हिमाचल
जब दिल से जुड़ा हो कोई प्रदेश, तो भौगोलिक दूरियां सिर्फ नक्शे तक सीमित रह जाती हैं। यही उदाहरण प्रस्तुत किया है बेंगलुरु और पुणे में बसे हिमाचली भाई-बहनों ने, जिन्होंने हाल ही में आई आपदा से जूझ रहे मंडी जिले के धार जरोल पंचायत और पांडव शिला गांव के लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया।
मानवीय भावनाओं से प्रेरित होकर, प्रवासी हिमाचलियों ने एकजुट होकर राहत सामग्री और आर्थिक सहायता दो चरणों में प्रभावित परिवारों तक पहुंचाई:
🔹 पहला चरण:
जीवन रक्षक राहत सामग्री जैसे प्राथमिक चिकित्सा किट, कंबल, राशन इत्यादि पीड़ित परिवारों को भेजी गई।
🔹 दूसरा चरण:
समूह के सदस्य स्वयं प्रभावित गांवों में पहुंचे और आर्थिक सहायता सीधे जरूरतमंदों को सौंपी, जिससे उन्हें पुनः अपने जीवन की शुरुआत करने में मदद मिल सके।
यह पहल 9 परिवारों के जीवन में नई आशा की किरण बन कर सामने आई। इन प्रयासों ने यह सिद्ध किया कि दूर रहकर भी अपने राज्य के लिए संवेदनशीलता और समर्पण की भावना कितनी गहरी हो सकती है।
Himachalis in Bangalore और Himachalis in Pune द्वारा शुरू की गई यह पहल अब और लोगों को भी प्रेरित कर रही है।
उनका मानना है —
“हम सारा दुख नहीं मिटा सके, लेकिन कोशिश की कि राहत की एक किरण ज़रूर पहुँचे।”
Rozana Himachal की ओर से इस नेक कार्य के लिए सभी प्रवासी हिमाचलियों को सलाम।
अगर आप भी इस अभियान का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो आज ही जुड़ें —
आपका छोटा सा सहयोग किसी के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है।
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