एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में किया मॉक ड्रिल का आयोजन
एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में 14 वीं वाहिनी एनडीआरफ (जसूर) नूरपुर , हिमाचल प्रदेश द्वारा आपदा प्रबंधन के विषय में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
सुमन महाशा। कांगड़ा
एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में 14 वीं वाहिनी एनडीआरफ (जसूर) नूरपुर , हिमाचल प्रदेश द्वारा आपदा प्रबंधन के विषय में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह आयोजन कंपनी कमांडर इंस्पेक्टर आदेश कुमार के निर्देशन में किया गया। इसमें जीवन को बचाने से संबंधित बहुत सी जानकारियां सांझा की गई ।
इस दौरान उन्होंने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को सांस रुक जाने पर नब्ज जांचने और हृदय को पुनः जीवित करने के लिए सीपीआर किस प्रकार दी जाती है, इस संबंध में दिशा निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने गले में किसी वस्तु के फंस जाने से सांस रुकने से संबंधित सीपीआर वयस्कों और बच्चों में किस प्रकार दिया जाए इस विषय में भी जानकारी सांझा की ।
इस ड्रिल के माध्यम से बताया गया कि गंभीर चोट लगने पर खून को बहने से किस प्रकार रोका जा सकता है तथा बाढ़ के समय डूबने से बचने के लिए उन्होंने अस्थाई बोतल आदि से बने उपकरणों का भी प्रदर्शन किया ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बलजीत सिंह पटियाल ने कहा कि एनडीआरएफ आपदाओं में बचाव या राहत कार्य के दौरान अन्य संलग्न एजेंसियों के साथ समन्वय कर बचाव या राहत कार्य को संपूर्णता प्रदान करता है।
इसके साथ ही प्राचार्य ने कहा कि एनडीआरफ द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों से हम सभी लाभान्वित हुए हैं ।
इस दौरान महाविद्यालय के प्राध्यापक वर्ग के अतिरिक्त लगभग 300 छात्र छात्राएं उपस्थित रहे ।
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