आत्मरक्षा में निपुण बनीं नादौन की छात्राएं, आत्मनिर्भरता की ओर मजबूत कदम
राजकीय उत्कृष्ट कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन में छात्राओं को आत्मरक्षा का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षिका वर्षा रानी ने जूडो-कराटे और आत्मरक्षा के 6 मूलभूत सिद्धांतों का अभ्यास करवाया।

रूहानी नरयाल। नादौन
हिमाचल प्रदेश सरकार तथा शिक्षा विभाग हिमाचल के द्वारा प्रत्येक वर्ष छात्राओं को विद्यालय में विभिन्न संस्थाओं और पुलिस विभाग के माध्यम से आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाते हैं। इसका मूलभूत उद्देश्य छात्राओं को आत्मरक्षा में निपुण और आत्मनिर्भर बनाना है। इसी क्रम में राजकीय उत्कृष्ट कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन में छात्राओं ने अध्यापकों सहित आत्मरक्षा के गुर सीखे। इस प्रशिक्षण के लिए साष्टांग इंडियन मॉडर्न मटेरियल आर्ट की शिक्षिका वर्षा रानी ने 2 दिन विद्यालय आकर छात्राओं को प्रशिक्षित किया। इसमें उन्होंने जूडो कराटे के मूलभूत सिद्धांतों और आत्मरक्षा में उपयोग होने वाली तकनीकों का विशेष प्रशिक्षण दिया। इस दौरान विद्यालय के अध्यापक और अध्यापिकाएं भी प्रशिक्षण में मौजूद रही तथा उन्होंने भी प्रशिक्षिका का सहयोग किया। प्रशिक्षिका ने छात्राओं को प्रारंभिक आत्मरक्षा हेतु छह मूलभूत सिद्धांतों को विस्तार पूर्वक बताया और उन्हें प्रायोगिक माध्यम से छात्राओं द्वारा भी किया गया। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन में कभी भी विपरीत परिस्थितियां आ सकती हैं, अतः हमें किसी दूसरे पर निर्भर होकर जीवन निर्वाह नहीं करना चाहिए। आत्मरक्षा के सिद्धांत हमें आत्मनिर्भर बनकर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करते हैं। इस उपलक्ष्य पर विद्यालय की प्रधानाचार्या राजकुमारी कौशल ने प्रशिक्षिका वर्षा रानी का धन्यवाद किया और छात्राओं को दिए गए प्रशिक्षण का पुनरभ्यास करने हेतु प्रेरित किया।
What's Your Reaction?






