घर-घर तक पहुंचेगा सुरक्षित भवन निर्माण का संदेश : एडीएम
कांगड़ा में समर्थ अभियान के तहत आपदा न्यूनीकरण जागरूकता कार्यक्रम शुरू। एडीएम शिल्पी बेक्टा ने कहा, हर घर तक सुरक्षित भवन निर्माण का संदेश पहुंचाया जाएगा।
सुमन महाशा। कांगड़ा।
कांगड़ा जिले में "समर्थ अभियान" के तहत आपदा न्यूनीकरण जागरूकता कार्यक्रमों की शुरुआत बुधवार को सीनियर सेकेंडरी स्कूल मटौर से की गई। इस अभियान का शुभारंभ अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) शिल्पी बेक्टा ने किया।
उन्होंने कहा कि यह अभियान 31 अक्तूबर तक चलेगा, जिसके तहत जिला भर में लोगों को सुरक्षित भवन निर्माण और आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक किया जाएगा।
🏠 सुरक्षित भवन निर्माण पर दिया गया विशेष जोर
एडीएम शिल्पी बेक्टा ने कहा कि कांगड़ा जिला भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र है, इसलिए सुरक्षित और भूकंपरोधी भवन निर्माण बेहद आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि पंचायत स्तर पर मिस्त्रियों को भूकंपरोधी निर्माण तकनीक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि ग्रामीण स्तर पर भी मजबूत और सुरक्षित निर्माण सुनिश्चित हो सके।
“आपदाओं से बचाव के लिए पूर्व तैयारी और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है,” — एडीएम शिल्पी बेक्टा
📢 अभियान का उद्देश्य और गतिविधियां
इस अभियान के तहत पंचायत स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे —
-
सुरक्षित भवन निर्माण की जानकारी पंचायत प्रधान, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से दी जाएगी।
-
26 स्कूलों के 78 विद्यार्थियों ने सुरक्षित भवन निर्माण पर मॉडल प्रदर्शनी में भाग लिया।
-
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक और गीत-संगीत के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।
🎨 मटौर में मॉडल प्रदर्शनी और पुरस्कार योजना
कार्यक्रम में स्कूल के छात्रों ने आपदा न्यूनीकरण से जुड़े सृजनात्मक मॉडल्स प्रदर्शित किए।
प्रधानाचार्य संदीप शर्मा ने बताया कि 24 अक्तूबर को मटौर में विशाल मॉडल प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे।
🙌 अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की सहभागिता
इस मौके पर जिला परियोजना अधिकारी डीआरडीए भानु प्रताप सिंह,
नोडल अधिकारी सुधीर भाटिया,
शिक्षा विभाग से सरदार हरजीत सिंह भुल्लर,
और डीडीएम इंचार्ज रोविन सिंह मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सभी अध्यापकों और छात्रों ने सक्रिय भागीदारी निभाई और अभियान को सफल बनाने में योगदान दिया।
🌍 निष्कर्ष
"समर्थ अभियान" कांगड़ा में न केवल आपदा प्रबंधन के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने का माध्यम बन रहा है, बल्कि यह पहल आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित और जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित कर रही है।
What's Your Reaction?






