SCO में गरजे PM मोदी: आतंकवाद पर अब और बर्दाश्त नहीं!
SCO शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा– आतंकवाद पर खुला समर्थन अस्वीकार्य, सभी देशों को मिलकर करना होगा कड़ा मुकाबला।

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को लेकर कड़ा संदेश दिया। सोमवार (1 सितंबर 2025) को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में आयोजित पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सवाल उठाया कि क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद को “खुला समर्थन” देना स्वीकार्य है?
मोदी ने कहा कि SCO के "S" का मतलब सुरक्षा (Security) भी होना चाहिए। उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि भारत पिछले चार दशकों से निर्दयी आतंकवाद की मार झेल रहा है और इस हमले में इसकी घिनौनी तस्वीर सामने आई, जहां 26 निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई।
प्रधानमंत्री ने साफ कहा– “आतंकवाद पर किसी भी तरह के दोहरे मापदंड स्वीकार्य नहीं होंगे। हमें सभी रूपों और रंगों में आतंकवाद का विरोध करना होगा। यह केवल किसी देश की सुरक्षा का मुद्दा नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए साझा चुनौती है।”
उन्होंने आतंकवाद की फंडिंग और कट्टरपंथ पर समन्वित कार्रवाई की ज़रूरत पर ज़ोर दिया और पहलगाम हमले के बाद SCO सदस्य देशों द्वारा दिखाई गई एकजुटता के लिए धन्यवाद दिया।
मोदी ने अपने संबोधन में कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट्स का भी ज़िक्र किया, जिनमें ईरान का चाबहार पोर्ट और इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन पहलों से अफगानिस्तान और मध्य एशिया के साथ जुड़ाव को मज़बूती मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने SCO के सुधारवादी एजेंडे का समर्थन किया और संगठित अपराध, ड्रग्स तस्करी और साइबर सुरक्षा से निपटने के लिए स्थापित केंद्रों का स्वागत किया। इसके साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार की भी वकालत की।
अंत में मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग का गर्मजोशी से स्वागत और सफल आयोजन के लिए धन्यवाद किया तथा किर्गिस्तान को SCO की अध्यक्षता संभालने पर बधाई दी।
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