एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में गांधी जयंती पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता
एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में गांधी जयंती पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। छात्रों ने अहिंसा और सत्य के संदेश को कलाकृतियों में दर्शाया।

सुमन महाशा। कांगड़ा।
एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा के राजनीतिक शास्त्र विभाग में महात्मा गांधी जयंती के उपलक्ष्य पर सोमवार को पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह पटियाल के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
🎨 छात्रों ने रचनात्मकता से दिया अहिंसा का संदेश
प्रतियोगिता में छात्रों ने अपनी कलाकृतियों के माध्यम से सत्य, अहिंसा और परोपकार के गांधीवादी सिद्धांतों को चित्रों के जरिए प्रस्तुत किया।
इस प्रतियोगिता में
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गार्गी और रुद्रांशी ने प्रथम स्थान,
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रितिका, सुहानी और वंशिका ने द्वितीय स्थान,
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जबकि आकांक्षा और विशाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
🕊️ गांधी जी के सिद्धांतों पर हुई प्रेरक चर्चा
इस अवसर पर राजनीतिक शास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शैलजा ठाकुर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि 2 अक्टूबर को भारत में महात्मा गांधी जयंती मनाई जाती है।
उन्होंने बताया कि गांधी जी ने अहिंसा का संदेश देकर दुनिया को यह सिखाया कि “शब्दों की शक्ति से भी परिवर्तन लाया जा सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “गांधी जी का जीवन हमें सिखाता है कि सत्य और नैतिकता के बल पर किसी भी बुराई को हराया जा सकता है। उनके विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।”
📚 निर्णायक मंडल और आयोजन की सराहना
इस अवसर पर प्रो. राखी महाजन, डॉ. नीतिका महाजन और डॉ. शुभम आहलूवालिया ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
प्राचार्य डॉ. बलजीत सिंह पटियाल ने सभी प्रतिभागियों की रचनात्मकता की सराहना करते हुए कहा कि गांधी जयंती जैसे अवसर विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों और सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करते हैं।
🌟 निष्कर्ष
एमसीएम डीएवी कॉलेज कांगड़ा में आयोजित यह प्रतियोगिता छात्रों के लिए प्रेरणादायक रही। गांधी जी के सिद्धांतों पर आधारित यह आयोजन विद्यार्थियों में सामाजिक जागरूकता और सृजनात्मक सोच को मजबूत करता है।
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