ट्रंप का बड़ा कदम: फेड गवर्नर लिसा कुक बर्खास्त!
ट्रंप ने फेड गवर्नर लिसा कुक को पद से हटाने का आदेश दिया। कुक बोलीं- राष्ट्रपति को अधिकार नहीं, मैं इस्तीफा नहीं दूंगी।

वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को उनके पद से हटाने का आदेश एक बड़ा विवाद खड़ा कर रहा है। व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक ट्रंप का आदेश तुरंत लागू किया जा सकता है।
लिसा कुक 2022 में फेड की बोर्ड सदस्य बनीं और इस पद पर पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी-अमेरिकी महिला हैं। ट्रंप के आदेश को उन्होंने असंवैधानिक बताया है। कुक का कहना है राष्ट्रपति को उन्हें हटाने का अधिकार नहीं है और वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगी।
लिसा कुक ने कहा, “यह फैसला राजनीतिक प्रतिशोध है और ट्रंप का उद्देश्य फेड की स्वतंत्रता को कमजोर करना है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए उनका काम जारी रहेगा और ट्रंप के दबाव में पद छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता।
ट्रंप प्रशासन का तर्क है कि कुक के खिलाफ कई आरोप लंबित हैं (हालांकि आरोपों का कोई आधिकारिक सबूत पेश नहीं किया गया है)। ट्रंप का आरोप है कि कुक ब्याज दरों को लेकर पक्षपातपूर्ण फैसले ले रही थीं और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रही थीं।
गौरतलब है कि ट्रंप हाल के दिनों में फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल पर भी दबाव बना रहे हैं। वह चाहते हैं कि ब्याज दरों में तुरंत कटौती की जाए। उन्होंने कई बार पॉवेल को हटाने की धमकी भी दी है।
इस अभूतपूर्व कदम से अमेरिकी डॉलर पर भी असर पड़ा है। एशियाई बाजारों में मंगलवार को डॉलर कमजोर हुआ क्योंकि निवेशकों का मानना है कि कुक की जगह नया नियुक्त गवर्नर ब्याज दरों में कटौती का समर्थन कर सकता है।
फिलहाल, फेडरल रिजर्व ने इस विवाद पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि मामला अदालत तक जा सकता है और यह फेड तथा व्हाइट हाउस के बीच सीधा टकराव बन सकता है।
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