दियोटसिद्ध: चढ़ावे की गणना में गड़बड़ी, 2 ट्रस्ट कर्मचारी गिरफ्तार
हमीरपुर: बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध में चढ़ावे की गणना में अनियमितता के आरोप पर ट्रस्ट के कनिष्ठ सहायक और लेखाकार को सीसीटीवी के आधार पर गिरफ्तार किया गया।

अनिल कपलेश। हमीरपुर।
उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर (दियोटसिद्ध) में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाये गए चढ़ावे की गणना में अनियमितता के आरोप के बाद ट्रस्ट के दो कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई ने मंदिर न्यास में हड़कंप मचा दिया है और स्थानीय स्तर पर चिंता और सवाल खड़े कर दिए हैं।
🔍 शुरुआती जानकारी — क्या हुआ?
-
मंदिर अधिकारी संदीप चंदेल की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। शिकायत में आरोप है कि 29 सितंबर को चढ़ावे की गणना के दौरान धनराशि में हेराफेरी की गई।
-
CCTV फुटेज के आधार पर अनियमितताओं का संकेत मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया।
-
मामला दर्ज कर गहन छानबीन जारी है; पुलिस अन्य शामिल लोगों की पहचान कर रही है।
👤 गिरफ्तार आरोपियों का ब्यौरा
-
केशव दत्त (उम्र 55) — पुत्र ब्रह्म दास, ग्राम व डाकखाना चकमोह, तहसील बड़सर, जिला हमीरपुर। ट्रस्ट में कनिष्ठ सहायक (गणना) के पद पर तैनात।
-
गुरचैन सिंह (उम्र 51) — पुत्र गुरुदेव सिंह, ग्राम अपर देहला, डाकखाना देहला, उप-तहसील मैहतपुर, जिला ऊना। ट्रस्ट में लेखाकार के पद पर कार्यरत।
🧾 मंदिर की शिकायत और पुलिस की कार्रवाई
मंदिर के अधिकारी संदीप चंदेल ने पुलिस को लिखित शिकायत में स्पष्ट किया कि चढ़ावे की गिनती के समय दोनों कर्मचारियों ने पद का दुरुपयोग कर राशी गवांई। शिकायत आने के बाद स्थानीय पुलिस ने CCTV की रिकॉर्डिंग की पड़ताल की और साक्ष्यों के आधार पर दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी की।
जिला पुलिस अधीक्षक ठाकुर भगत सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि गिरफ्तारियों के बाद मामले की गहनता से जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि गड़बड़ी में और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं व यह कब से चल रहा था।
ℹ️ पिछला संदर्भ (ट्रस्ट की बदनामी से जुड़ी खबरें)
रिपोर्ट्स के मुताबिक बाबा बालक नाथ ट्रस्ट पर पहले भी बकरा घोटाला, राशन घोटाला, रसीद घोटाला, सोना-चांदी से जुड़ी अनियमितताओं को लेकर चर्चा रही है। स्थानीय लोगों ने लंबे समय से पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग की है; इस घटना के बाद उन आवाज़ों को और बल मिला है। (उपरोक्त घटनाओं का जिक्र स्थानीय सूचनाओं पर आधारित है।)
❓ जल्दी-जल्दी Q&A (पाठक के लिए संक्षिप्त)
-
क्या आरोप पुष्ट हुए हैं? — पुलिस ने CCTV साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तारी की है; जांच जारी है। आरोप अभी अन्वेषण के चरण में हैं।
-
क्या मंदिर प्रबंधन ने कुछ कहा? — मंदिर अधिकारी संदीप चंदेल ने पुलिस को शिकायत दी; न्यास में हड़कंप की सूचना है।
-
क्या और गिरफ्तारी हो सकती है? — जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि छानबीन जारी है और संभावित अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
🟠 निष्कर्ष
बाबा बालक नाथ जैसे प्रतिष्ठित धार्मिक संस्थानों में धनराशि संबंधी पारदर्शिता का होना अत्यंत आवश्यक है। इस मामले की तेज़ और निष्पक्ष जांच ही श्रद्धालुओं का भरोसा बहाल कर सकती है। पुलिस द्वारा की जा रही विस्तृत जांच से स्पष्टता आएगी कि गड़बड़ी का दायरा कितना बड़ा है और आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।
What's Your Reaction?






