कृषि विज्ञान केंद्र कांगड़ा में किसानों को वितरित किए फार्म टूल 'बाइसिकल प्लाउ'
कृषि विज्ञान केंद्र, कांगड़ा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (AICRP) "कृषि में एर्गोनॉमिक्स और सुरक्षा" के तहत 20 किसानों को ‘बाइसिकल प्लाउ’ नामक उत्तम फार्म टूल वितरित किया गया।

सुमन महाशा। कांगड़ा
कृषि विज्ञान केंद्र, कांगड़ा में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (AICRP) "कृषि में एर्गोनॉमिक्स और सुरक्षा" के तहत 20 किसानों को ‘बाइसिकल प्लाउ’ नामक उत्तम फार्म टूल वितरित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि कार्यों में श्रम-संवेग (ड्रजरी) को कम करने और मशीनीकरण को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र, कांगड़ा प्रभारी डॉ. संजय शर्मा ने किसानों को कृषि कार्यों में मशीनीकरण के महत्व और श्रम बचत तकनीकों की जानकारी दी। केंद्र के विशेषज्ञों डॉ. नीतू शर्मा ने कृषि में महिलाओं के योगदान पर चर्चा की व डॉ दीप कुमार ने केंद्र कि गतिविधियों पर प्रकाश डाला। वहीं, कृषि अभियांत्रिकी विभाग के वैज्ञानिक डॉ. सुशांत भारद्वाज ने खेती में श्रम भार को कम करने और आधुनिक कृषि उपकरणों के उपयोग पर विस्तृत विचार साझा किए। इस अवसर पर उपस्थित किसानों ने ‘बाइसिकल प्लाउ’ उत्तम कृषि उपकरण को लेकर उत्साह व्यक्त किया और इसे अपनी खेती में आज़माने की इच्छा जताई। उन्होंने बताया कि पारंपरिक खेती में श्रम और समय की अधिक आवश्यकता होती है, लेकिन इस तरह के नवाचारों से कार्य कुशलता बढ़ेगी और मेहनत कम होगी। कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने किसानों को अन्य आधुनिक कृषि यंत्रों और तकनीकों के बारे में भी जानकारी दी, जिससे उनकी उत्पादकता में सुधार हो सके। इस पहल से छोटे और मध्यम स्तर के किसानों को विशेष लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे वे कम लागत में बेहतर कृषि कर सकेंगे।
यह कार्यक्रम ICAR योजना "कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में एर्गोनॉमिक्स और सुरक्षा" के तहत आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र, के कांगड़ा समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे और उन्होंने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों की जानकारी देने में योगदान दिया।
What's Your Reaction?






