जैन स्थानक नादौन में परयूषण पर्व: मुनि श्री दिनेश जी बोले – “मानवता आचरण से ही जीवित रहती है”
नादौन स्थित जैन स्थानक में परयूषण पर्व का आयोजन हो रहा है। इस दौरान मुनि श्री दिनेश जी ने मानवता की व्याख्या करते हुए कहा कि मानवता केवल शुद्ध आचरण से ही सुरक्षित रह सकती है।

नादौन
जैन स्थानक नादौन में चल रहे परयूषण पर्व के अवसर पर श्रमण संघीय सलाहकार पूज्य गुरुदेव श्री दिनेश मुनि, प्रज्ञा मूर्ति श्री द्वीपेंद्र मुनि जी और प्रखर वक्ता श्री पुष्पेंद्र मुनि जी के पावन सान्निध्य में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
इस दौरान अपने प्रवचन में पूज्य दिनेश मुनि जी महाराज ने ‘मानवता’ शब्द की गहन व्याख्या करते हुए कहा कि आज का मानव मानवीय गुणों से दूर होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि —
"मानवता निर्भर करती है मानव के आचरण पर। यदि आचरण शुद्ध नहीं होगा तो मानवता कैसे सुरक्षित रह पाएगी।"
मुनि श्री ने समझाया कि मानव का आदर्श जीवन तभी संभव है जब उसके आचरण में शुद्धता और करुणा हो। उन्होंने कहा कि अज्ञानवश हम अक्सर दूसरों को कटु वचन बोल देते हैं, जिससे इंसानों के बीच नफरत की दीवारें खड़ी हो जाती हैं। ऐसी प्रवृत्तियों से बचने की आवश्यकता है।
उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि मानवता की रक्षा के लिए सभी को अपने आचरण पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
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