सिद्धार्थ राजकीय उत्कृष्ट कॉलेज नादौन में दो दिवसीय 'बोधि कला' सांस्कृतिक उत्सव का भव्य आयोजन
सिद्धार्थ राजकीय उत्कृष्ट कॉलेज नादौन में कॉलेज छात्र केंद्रीय संघ द्वारा दो दिवसीय बोधि कला सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

रूहानी नरयाल। नादौन
सिद्धार्थ राजकीय उत्कृष्ट कॉलेज नादौन में कॉलेज छात्र केंद्रीय संघ द्वारा दो दिवसीय बोधि कला सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम 24 और 25 फरवरी तक चलेगा। कार्यक्रम के प्रथम दिवस का आरंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार गौतम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि प्रोफेसर मंजू ठाकुर विशिष्ट अतिथि रहीं। कार्यक्रम के समन्वयक के रूप में प्रोफेसर कल्पना चड्ढा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जबकि डॉ. अमृत लाल शर्मा ने आयोजन सचिव के रूप में कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी जिम्मेदारी निभाई। कार्यक्रम में पीटीए अध्यक्ष संदीप कुमार की भी उपस्थिति रही जिन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन किया और कार्यक्रम की सराहना की। मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि का स्वागत स्मृति चिन्ह, पौधा और पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया। अपने संबोधन में प्राचार्य डॉ. गौतम ने कॉलेज की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बीते वर्षों में कॉलेज ने शिक्षा, सांस्कृतिक गतिविधियों और खेलकूद सहित विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर प्रगति की है। उन्होंने छात्रों को इन आयोजनों में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर भगवती शर्मा ने आरंभिक एंकरिंग के साथ किया, जिसके बाद मंच संचालन की जिम्मेदारी अध्यक्ष पायल ने संभाली। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों के लिए अलग-अलग एंकर भी उपस्थित रहे। गीत, ग़ज़ल और भजन प्रस्तुति के लिए शिवानी ने मंच का संचालन किया, जबकि एकल नृत्य प्रतियोगिता के संचालन की जिम्मेदारी आरती ठाकुर और स्मृति ने निभाई। पहले दिन की प्रस्तुतियों में छात्रों ने गीत, ग़ज़ल, भजन, एकल नृत्य, फैंसी ड्रेस और मॉडलिंग प्रथम चरण औपचारिक राउंड की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। छात्रों ने अपनी प्रतिभा दिखाई। कार्यक्रम में कॉलेज के विभिन्न विभागों के प्राध्यापकों, कर्मचारियों और बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम का द्वितीय दिवस 25 फरवरी को संपन्न होगा, जिसमें पारंपरिक नृत्य, समूह गीत, नाटक, कविता पाठ और मॉडलिंग के अन्य राउंड प्रस्तुत किए जाएंगे। समापन समारोह में विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। बोधि कला' जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम छात्रों की सृजनात्मकता और व्यक्तित्व विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जो उनके सर्वांंगीण विकास में सहायक सिद्ध होते हैं।
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