स्मार्ट मीटर नहीं, स्मार्ट मैनपावर की ज़रूरत: कुलदीप सिंह खरवाड़ा
विद्युत बोर्ड पेंशनर्स फोरम की नादौन इकाई की बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि स्मार्ट मीटर से पहले स्मार्ट मैनपावर की ज़रूरत है। पेंशन अदायगी, डेड स्टॉप मीटर और कर्मचारियों की बहाली जैसे मुद्दे रहे केंद्र में।

रूहानी नरयाल। नादौन
विद्युत बोर्ड पेंशनर्स फोरम इकाई नादौन की बैठक इकाई अध्यक्ष राजकुमार चौधरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई । बैठक में विशेष रूप से उपस्थित विद्युत बोर्ड पेंशनर्स फोरम के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने पेंशनर्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले दो महीने में पेंशनर्स के कुछ वित्तिय लाभों की अदायगी तो हुई है लेकिन 2022 के बाद सेवानिवृत हुए कर्मचारियों को उनकी लीव-इन-केशमैंट की अदायगी फरवरी 2024 व ग्रेच्यूटी की अदायगी मार्च 2024 तक हो पाई है, जिसको लेकर पेंशनर्स में भारी आक्रोश है। उन्होंने बोर्ड प्रबन्धन से कहा कि फोरम के साथ हुई बैठक में बनी सहमति के आधार पर 3-4 महीनों के अन्दर लम्बित पड़े वित्तीय लाभों को जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्धारा 70 से 75 वर्ष के आयु वर्ग के पेंशनर्स को 30 प्रतिशत बकाया राशि अदा करने के आदेशों को विद्युत बोर्ड लिमिटिड में अतिशीघ्र लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि निदेशक वित्त द्वारा एक महीना पहले पेंशन ब्रांच में काम कर रहे 4 अनुभवी कर्मचारियों को हटा देने से पेंशनर्स के कार्यों में भारी व्यवधान पैदा हो रहा है। खरवाड़ा ने कहा कि 10 जून को बोर्ड प्रबन्धन के साथ फोरम प्रतिनिधियों की हुई बैठक में निदेशक वित्त द्वारा हटाए गए अनुभवी कर्मचारियों को फिर से पेंशन ब्रांच में लगाने की सहमति दी थी लेकिन अभी तक भी उन कर्मचारियों को पेंशन ब्रांच में नहीं लगाया गया है। उन्होनें निदेशक वित्त से हटाए गए कर्मचारियों की तैनाती अतिशीघ्र पेंशन ब्रांच में करने की मांग की। खरवाड़ा ने कहा कि आज भी विद्युत बोर्ड लिमिटिड में लगभग 70 हजार मीटर डेड-स्टाॅप हैं और हजारों न्यू कुनैक्शन की फाइलें मीटर उपलब्घ न होने की बजह से लम्बित पड़ी है
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