बेला पंचायत में स्थापित हुई कटोच वंश की कुलदेवी मां अंबिका, कांगड़ा किले से लाई गई प्रतिमा
नादौन उपमंडल की बेला पंचायत में मां काली मंदिर में कटोच वंश की कुलदेवी मां अंबिका की मूर्ति कांगड़ा किले से लाकर विधिपूर्वक स्थापित की गई। इस धार्मिक अवसर पर गांव में उल्लास का माहौल रहा।

ब्यूरो रिपोर्ट, नादौन।
नादौन उपमंडल की बेला पंचायत के वार्ड नंबर 5 स्थित मां काली मंदिर में आज कटोच वंश की कुलदेवी मां अंबिका की प्रतिमा को विधिपूर्वक स्थापित किया गया। इस मौके पर ग्रामीणों के साथ-साथ दूर-दराज़ से श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
मूल स्थान से लाई गई प्रतिमा:
जानकारी देते हुए मंदिर के पुजारी पवन शर्मा ने बताया कि यह प्रतिमा कांगड़ा किले से लाकर लाई गई, जहां मां अंबिका देवी का ऐतिहासिक मंदिर स्थित है। यह मंदिर कटोच राजवंश की कुलदेवी के रूप में प्रसिद्ध है और बेला गांव में बसे लोगों के पूर्वज भी उन्हीं के साथ यहां बसे थे।
विधिवत पूजा-अर्चना के साथ स्थापना:
उन्होंने बताया कि मूर्ति को लाने से पहले कांगड़ा किले में विधिवत पूजा-पाठ, हवन एवं यज्ञ किया गया। इसके पश्चात मूर्ति को भक्ति भाव के साथ बेला गांव लाया गया, जहां परंपरागत रीति-रिवाजों के अनुसार मंदिर में प्रतिष्ठा की गई।
गांव में उल्लास का वातावरण:
स्थापना के इस पावन अवसर पर न केवल बेला गांव में, बल्कि अन्य क्षेत्रों के उन लोगों में भी खुशी की लहर है, जिनकी कुलदेवी मां अंबिका हैं। धार्मिक आयोजन के चलते पूरे क्षेत्र में भक्ति और श्रद्धा का माहौल देखने को मिला।
What's Your Reaction?






