कुल्लू के कशमलीधार में स्वास्थ्य विभाग ने 0 से 5 साल के बच्चों को पिलाई पोलियो खुराक
जिला कुल्लू के जरी ब्लॉक में पोलियो एएफपी सर्विलांस के दौरान मामला सामने आने के बाद रविवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कशमलीधार डाकघर मौहल में

ब्यूरो। रोज़ाना हिमाचल
जिला कुल्लू के जरी ब्लॉक में पोलियो एएफपी सर्विलांस के दौरान मामला सामने आने के बाद रविवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कशमलीधार डाकघर मौहल में शून्य से पांच आयु वर्ग के बच्चों को पल्स पोलियो की जहां दो बूंद पिलाई गई, तो वहीं दूसरी ओर 15 आयु वर्ग तक के बच्चों को भी ओआरआई दिया गया। एएफपी लक्षण पोलियो समेत अन्य बीमारियों में पाए जाते है, लेकिन यह बात रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगी कि यह लक्षण पोलिया के है दया फिर अन्य दूसरी बीमारी के है। सीएमओ कुल्लू डा. नागराज पवार का कहना है कि रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम में एएनएम सुमन और आशा वर्कर ने इस प्रक्रिया को पूरा करते हुए आसपास के क्षेत्र में यह अभियान रविवार को जारी रखा और क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में उपचाराधीन छह साल की बच्ची चिकित्सकों की निगरानी में है और बच्ची के 24 घंटे में दो सैंपल लेकर कसौली स्थित लैब के लिए आगामी कार्रवाई को भेजे जा रहे है।
लैब से रिपोर्ट आने के बाद ही पॉजिटिव और नेगेटिव पोलियो एएफपी के लक्षण की पुष्टि होगी। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के सीएमओ डा. नाग राज पवार का कहना है कि एएफपी विभिन्न बीमारियों सहित पोलियो का भी एक लक्षण है। एएफपी की निगरानी के दौरान हर पहलूओं को मद्देनजर रखते हुए बच्ची के मल के दो सैपंल लिए गए है, जो ेकि जांच के लिए कसौली स्थित लैब के लिए भेजे जा रहे है। पोलियो की निगरानी के लिए एएफपी जैसे लक्षण सामने आने के बाद विभागीय अधिकारी हरकत में आ गए है। चाहे यह लक्षण अन्य दूसरी बीमारियों में भी सामने आते है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की सतर्कता बढ़ गई है।
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