सरकारी स्कूल पोर्टमोर ने मारी बाज़ी! प्राइवेट स्कूल भी रह गए पीछे, सुविधाएं देख चौंक जाएंगे आप

शिमला का गवर्नमेंट सेंट्रल प्राइमरी स्कूल पोर्टमोर सुविधाओं और गुणवत्ता में निजी स्कूलों को दे रहा मात। जानिए क्यों हिमाचल का सबसे बेहतरीन सरकारी स्कूल बन गया है पोर्टमोर।

Jul 5, 2025 - 11:01
 0  27
सरकारी स्कूल पोर्टमोर ने मारी बाज़ी! प्राइवेट स्कूल भी रह गए पीछे, सुविधाएं देख चौंक जाएंगे आप
सरकारी स्कूल पोर्टमोर ने मारी बाज़ी! प्राइवेट स्कूल भी रह गए पीछे, सुविधाएं देख चौंक जाएंगे आप

ब्यूरो रिपोर्ट। शिमला

राजधानी का गवर्नमेंट सेंट्रल प्राइमरी स्कूल पोर्टमोर शिक्षा और सुविधाओं के मामले में लगातार निजी स्कूलों को टक्कर दे रहा है। अन्य सरकारी स्कूलों में जहां लगातार विद्यार्थियों की संख्या घट रही है, वहीं पोर्टमोर स्कूल में 2012 के मुकाबले छात्रों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। 2012 में स्कूल में केवल 120 ही छात्र थे वहीं अब 472 के करीब छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है। पोर्टमोर सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों को निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं मिल रही है। साथ ही बहुत से स्कूलों के विद्यार्थी निजी स्कूलों को छोड़ कर पोर्टमोर स्कूल में दाखिला ले रहे है। शहर के प्राइमरी स्कूलों में पोर्टमोर में ही सबसे ज्यादा विद्यार्थी पढ़ रहे है। पोर्टमोर स्कूल में विद्यार्थियों को सभागार, डाइनिंग हॉल, वाटर प्यूरिफायर जैसे कई सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है, ताकि विद्यार्थियों का किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। बीतें 13 सालों में स्कूल में कई बदलाव कार्य किए गए है। जिससे छात्रों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। स्कूल में 14 रेगुलर और 2 अस्थाई अध्यापक हैं, जो विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर रहे है। साथ ही 8 गैर शिक्षक है। स्कूल में शोघी, जुब्बलहट्टी, मशोबरा और फागू तक के बच्चे भी पोर्टमोर शिक्षा ग्रहण कर रहे है।  

क्यूं खास है पोर्टमोर प्राइमरी स्कूल
वर्ष 2013 से लेकर वर्ष 2024 तक इस विद्यालय में कई विकासात्मक कार्य किए गए है, जिससे यह हिमाचल का पहला ऐसा सरकारी प्राथमिक स्कूल बन गया है, जो इस स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है। स्कूल में 2014 से ही इंग्लिश मिडियम शुरू कर दिया, जो हिमाचल का पहला प्राइमरी स्कूल बना, स्कूल में 2014 से ही नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी शुरू करने वाला भी हिमाचल का पहला स्कूल बना। जिसमें अपने स्तर पर ही दो नर्सरी के अध्यापक रखें। 2016 में 30 कम्प्यूटर के साथ कम्प्यूटर लैब तैयार कर दी और अध्यापक भी नियुक्त किए। तक से लेकर अब तक पहली कक्षा से पांचवी कक्षा तक के विद्यार्थी कम्प्यूटर की शिक्षा ले रहे है। 2013 में स्कूल में दो सफाई कर्मचारी रखे गए और 2016 से एक सुरक्षा गार्ड भी रखा गया। स्कूल में 2018 से डांस कक्षाएं भी शुरू की गई, और इसके लिए भी एक अध्यापक भी रखा। 2018 से स्कूल में नियमित रूप से ड्राइंग, पेंटिंग, जीके और स्पोर्ट्स की कक्षाएं शुरू की गई।

मिड डे मील कर्मचारी के लिए ड्रैस कोड
स्कूल में 2013 में डाइनिंग हॉल तैयार किया गया और बर्तन भी स्कूल द्वारा ही उपलब्ध करवाए गए। स्कूल में बच्चों के बर्तन धोने के लिए भी अलग से कर्मचारी रखे गए है। 2014 से ही बच्चों, अध्यापकों और मिड डे मील वर्कर के लिए नई वर्दी लागू कर दी गई। पूरे ही स्कूल में टाइल फ़्लोरिंग है, जिससे यह डस्ट फ्री कैप्स है। 2019 में नए शौचालय बनाए गए। साथ ही नर्सरी के बच्चों के लिए स्मार्ट क्लासरूम शुरू किया। 2021 में स्कूल में नया सभागार तैयार किया गया, जो हिमाचल का पहला प्राइमरी स्कूल बना यहां सभागार है। स्कूल में 2021 में बैडमिंटन कोट बनाया गया। साथ ही 2022 में सभागार में बच्चों के लिए स्मार्ट कंप्यूटर भी लगाया गया, जिसमें बच्चों को फिल्म दिखाई जाती है।

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0