धर्मशाला में जिला क्षय रोग उन्मूलन समिति और टीबी फोरम की बैठक का किया आयोजन
धर्मशाला में शनिवार को जिला क्षय रोग उन्मूलन समिति और टीबी फोरम की बैठक आयोजित की गई।

अभिषेक धीमान। धर्मशाला
धर्मशाला में शनिवार को जिला क्षय रोग उन्मूलन समिति और टीबी फोरम की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने की। उन्होंने 100 दिवसीय टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभागों से बेहतर समन्वय और जनभागीदारी पर जोर दिया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संस्थाओं और सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया।
अभियान की प्रमुख गतिविधियां और लक्ष्य
घर-घर स्क्रीनिंग: 2.6 लाख जोखिमपूर्ण आबादी की स्क्रीनिंग के लिए आशा कार्यकर्ताओं की टीम काम कर रही है। अब तक 1.2 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है।
एक्स-रे जांच: 43 शिविरों में 2,619 लोगों का एक्स-रे किया गया, और जनवरी 2025 में 34 और शिविर आयोजित किए जाएंगे।
पोषण किट वितरण: 1029 निक्षय मित्रों ने अब तक 11,218 पोषण किटें वितरित की हैं।
टीबी मुक्त पंचायतें: 2024 में 300 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
टीबी उन्मूलन के लिए जरूरी कदम
डीसी बैरवा ने टीबी लक्षणों के आधार पर सभी की जांच, संभावित मामलों का उपचार, और जन जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने निक्षय मित्रों और जनप्रतिनिधियों से भ्रांतियां दूर करने के लिए खुली चर्चा आयोजित करने का आग्रह किया।
सरकारी और सामाजिक भागीदारी से संभव होगा लक्ष्य
सीएमओ डॉ. राजेश गुलेरी ने बताया कि जिला कांगड़ा ने 2024 में 3042 टीबी मामलों की पहचान कर 99% लक्ष्य प्राप्त किया है। उन्होंने जागरूकता और समुदाय के सहयोग से इस अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।
उपस्थित अधिकारी
बैठक में सीएमओ डॉ. राजेश गुलेरी, डॉ. राजेश सूद, विभिन्न विभागों के अधिकारी, गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि, और बीएमओ समेत कई अन्य उपस्थित रहे।
टीबी मुक्त भारत का सपना जनभागीदारी से ही साकार हो सकेग
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