विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों ने दो दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में किया दान
कुलपति आचार्य महावीर सिंह के अनुरोध पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों और गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने दो दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किया।

शिमला
राज्य के एक बड़े विश्वविद्यालय के शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने अपने दो दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने का सराहनीय निर्णय लिया है। यह निर्णय कुलपति आचार्य महावीर सिंह के आग्रह पर लिया गया, जिन्होंने स्वयं दो दिन पूर्व अपने वेतन का हिस्सा दान करने की घोषणा की थी।
विश्वविद्यालय के सभी वर्गों के कर्मचारियों ने इस पहल में भागीदारी दिखाते हुए आपदा राहत एवं पुनर्वास कार्यों में सहयोग देने का संकल्प लिया है। यह योगदान राज्य सरकार के उस राहत कोष में जाएगा जिससे हाल ही में हिमाचल में आई प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों को मदद दी जा रही है।
इस मानवीय और सहयोगात्मक कदम की राज्यभर में प्रशंसा की जा रही है। यह ना केवल विश्वविद्यालय की सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है बल्कि आपदा की घड़ी में सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना को भी उजागर करता है।
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