कारगिल शहीदों और नायकों से रूबरू हुईं कन्या विद्यालय नादौन की छात्राएं
नादौन के कन्या विद्यालय की छात्राओं ने ग्रीष्मकालीन शिविर में कारगिल शहीदों, सशस्त्र बलों, स्वतंत्रता सेनानियों और स्थानीय नायकों की कहानियों से प्रेरणा ली। शिविर में देशभक्ति व बहुभाषिकता पर चर्चा हुई।

रूहानी नरयाल। नादौन
कन्या विद्यालय नादौन की छात्राओं ने कारगिल शहीदों, सशस्त्र बलों, स्वतंत्रता सेनानियों, कलाकारों, प्रतिष्ठित लोगों सहित स्थानीय नायकों को जाना।
राकव माध्यमिक विद्यालय नादौन में भारतीय भाषा ग्रीष्मकालीन शिविर के पांचवें दिन छात्राओं ने पूर्ण उत्साह से भाग लिया। इस उपलक्ष्य पर शिविर के प्रभारी राकेश कुमार शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे। जानकारी देते हुए संस्कृत अध्यापक नरेश मलोटिया ने बताया कि विद्यालय में बहुभाषिकता को बढ़ावा देने हेतु 7 दिवसीय शिविर के माध्यम से विविध गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। पांचवें दिन छात्राओं ने कारगिल शहीदों, सशस्त्र बलों, स्वतंत्रता सेनानियों, कलाकारों, प्रतिष्ठित लोगों सहित स्थानीय नायकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इस दौरान छात्राओं ने कारगिल में शहीद हुए हिमाचल के शहीदों के विषय में भी विस्तार पूर्वक जाना। इसके अलावा छात्राओं को स्थानीय प्रतिष्ठित लोगों, स्थानीय कलाकारों आदि के विषय में भी कहानियों और कथाओं के माध्यम से बताया गया। इस शिविर में छात्राओं को ऑपरेशन सिंदूर जैसी महत्वपूर्ण देशभक्ति से ओतप्रोत फिल्मों से भी अवगत करवाया गया ताकि छात्राओं में देशभक्ति की भावना जगती रहे। इस दौरान उनका इस बात से भी अवगत करवाया गया कि हमारे सशस्त्र बल स्वतंत्रता सेनानी और तीनों सेनाएं मिलकर देश की अखंडता बनाए रखने में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करते हैं। छात्राओं के साथ कई महत्वपूर्ण किस्सों पर भी भाषा विविधता को देखते हुए चर्चा पर चर्चा की गई। इस उपलक्ष्य पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य परमजीत सिंह भी लगातार उपस्थित रहे तथा अन्य अध्यापकों ने भी साथ दिया।
What's Your Reaction?






