चीन में बच्चों में निमोनिया का प्रकोप , अस्पतालों में विशेष 'होमवर्क जोन
चीन में अजीबो-गरीब संक्रमण से बढ़ते हुए निमोनिया के प्रकोप के बीच बच्चों में सांस की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है।

ब्यूरो। रोजाना हिमाचल
चीन में अजीबो-गरीब संक्रमण से बढ़ते हुए निमोनिया के प्रकोप के बीच बच्चों में सांस की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। इलाज के लिए बच्चों को अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है। साथ ही बच्चों के पढ़ाई में कोई नुकसान न हो, इसके लिए अस्पतालों में विशेष 'होमवर्क जोन' बनाए जा रहे हैं। अस्तपाल में बच्चों को पढ़ने या होमवर्क करने के लिए टेबल और कुर्सी का भी इंतजाम भी किया गया है।
चीन में कोविड-19 प्रतिबंध हटने के बाद यह पहली सर्दी है। साथ ही बच्चों में सांस संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रही है। इससे राजधानी बीजिंग और आसपास के शहरों के अस्पताल ज्यादा प्रभावित हुए हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए नए वायरस का अनुमान लगाया जा रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि यह कोई नया वायरस नहीं है। उन्होंने कहा कि इन्फ्लूएंजा, राइनोवायरस, रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस या आरएसवी के साथ माइकोप्लाज्मा निमोनिया के बैक्टीरिया के कारण हो रहा है , जो फेफड़ो को संक्रमित करता है।
सोशल मीडिया पर अस्पताल में बच्चों को होमवर्क करते हुए इंट्रावेनल ड्रिल्स लेते हुए देखा गया। वहीं सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि कुछ बड़े बच्चों को पढ़ने के लिए टेबल और कुर्सियां भी दी गई है। इस दौरान बच्चों को मास्क पहनकर अपना काम करते हुए देखा गया। वहीं बीमार बच्चों को अलग कमरों में रखा गया है।
मीडिया से बात करते हुए एक बच्चे पिता ने कहा, 'मेरे बच्चे को इस परिस्थिति में अपना होमवर्क करना पड़ रहा है। अगर उसने ऐसा नहीं किया तो ठीक होने के बाद जब वह स्कूल जाएगा तो उसे इससे भी ज्यादा होमवर्क करना पड़ेगा।' कुछ अस्पतालों में बच्चों को होमवर्क करने के लिए एक अलग कमरे की व्यवस्था भी की गई है।
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