इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने से कुष्ठ रोग से मिलती है मुक्ति
भारतीय संस्कृति में कई ऐसे चमत्कारिक मंदिर है। जहां कई असाध्य बीमारियों से मुक्ति मिलती है।

ब्यूरो। रोजाना हिमाचल
भारतीय संस्कृति में कई ऐसे चमत्कारिक मंदिर है। जहां कई असाध्य बीमारियों से मुक्ति मिलती है। ऐसा ही एक मंदिर समस्तीपुर जिला मुख्यालय से 42 किलोमीटर दक्षिण पटोरी प्रखंड में स्थित शिउरा गांव में बाबा अमर सिंह का है। जहां पूजा अर्चना करने से लोगों की हर एक मनोकामना पूरी होती है। इस मंदिर में कुष्ठ रोगी वहां रहकर मंदिर की साफ-सफाई व झाड़ू लगाते है। मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद वह कुछ ही दिनों में ही स्वस्थ हो जाते हैं। यही कारण कि साल में दो बार यहां पर मेला का आयोजन किया जाता है। यहां देश के साथ विदेश से श्रद्धालु आते हैं।
चैत रामनवमी और सावन माह में मेला का आयोजन किया जाता है। उक्त मेला में देश के कई प्रांतों से श्रद्धालु आकर पूजा अर्चना करते हैं और मन्नतें मांगते हैं। मन्नत पूरी होने पर गाजे-बाजे के साथ मिट्टी से बने घोड़े, फूलों से बनी गेरुआ, दूध इत्यादि चढ़ाते हैं। मंदिर में लगी दरवाजा में सिक्के ठोकते हैं। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं इस मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं। साल 2022 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाबा अमर सिंह स्थान पर लगने वाले मेले को राजकीय मेले का दर्जा दिया है।
शिवरा गांव के रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना हैं कि कुष्ठ रोगी इस मंदिर के आसपास साफ सफाई व झाड़ू लगाते हैं फिर वह स्वस्थ हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों के कुष्ठ रोगी इस मंदिर में साफ सफाई के साथ-साथ पूजा अर्चना करते रहते हैं। साल में दो बार इस स्थान पर मेला का आयोजन होता है। जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु आकर पूजा अर्चना करते हैं। जब मन्नत पूरा होती है तब श्रद्धालु मेला परिसर में विशाल पीपल- बरगद इत्यादि का पेड़ में सिक्का ठोकते हैं।
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