विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन में गूंजा राष्ट्रभक्ति का जोश

कांगड़ा की गुप्त गंगा में आयोजित विद्यार्थी परिषद के 46वें प्रांत अधिवेशन में पूर्व सीएम शांता कुमार बोले—एबीवीपी राष्ट्रभक्ति और सेवा का प्रतीक संगठन है।

Nov 2, 2025 - 00:02
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विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन में गूंजा राष्ट्रभक्ति का जोश

सुमन महाशा। कांगड़ा

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की गुप्त गंगा की पावन भूमि पर आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के 46वें प्रांत अधिवेशन में राष्ट्रभक्ति और सेवा का उत्साह चरम पर रहा। कार्यक्रम के दूसरे दिन आयोजित उद्घाटन सत्र में छात्रों और कार्यकर्ताओं का जोश देखने लायक था।


🌸 “राष्ट्रभक्ति और सेवा का प्रतीक है परिषद” — शांता कुमार

मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद देश के युवाओं में राष्ट्रप्रेम, अनुशासन और सेवा की भावना जगाने वाला अग्रणी संगठन है।

“परिषद ने समाज में समर्पण और संगठन की परंपरा स्थापित की है, जो अद्वितीय है,” उन्होंने कहा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री डॉ. क्षमा मैत्रेय (निदेशक, CORD) ने की, जबकि राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेन्द्र सिंह सोलंकी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।


🎓 डॉ. राकेश शर्मा बने प्रदेश अध्यक्ष, नैंसी अटल प्रदेश मंत्री

अधिवेशन के दौरान सत्र 2025–26 के लिए नई टीम की घोषणा की गई।

  • डॉ. राकेश शर्मा को पुनः प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
  • कु. नैंसी अटल को प्रदेश मंत्री का दायित्व सौंपा गया।

डॉ. राकेश शर्मा ने कहा कि परिषद ने उन पर जो विश्वास प्रकट किया है, वह संगठन की ऊर्जा और समर्पण से और भी मजबूत होगा।

“हर कार्यकर्ता के सहयोग से संगठन को नई ऊंचाइयों तक ले जाना हमारा संकल्प है,” उन्होंने कहा।

कु. नैंसी अटल ने कहा कि एबीवीपी ने हमेशा युवाओं को राष्ट्र निर्माण की धारा से जोड़ा है।

“मैं पूरे समर्पण से संगठन के ध्येय पथ पर अग्रसर रहूंगी,” उन्होंने कहा।


📋 वर्ष 2024–25 का प्रतिवेदन भी प्रस्तुत

नैंसी अटल ने अधिवेशन में वर्ष 2024–25 का मंत्री प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें बीते वर्ष के विविध कार्यक्रमों, छात्र आंदोलनों और उपलब्धियों का उल्लेख किया गया।


✨ अधिवेशन में उमड़ा उत्साह

कार्यक्रम में स्वागत समिति अध्यक्ष मुनीश शर्मा, मंत्री उमेश दत्त शर्मा, और सैकड़ों विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पूरा परिसर “भारत माता की जय” और “परिषद जिंदाबाद” के नारों से गूंज उठा।


निष्कर्ष

कांगड़ा में आयोजित यह अधिवेशन न केवल संगठन के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत बना, बल्कि यह संदेश भी दिया कि हिमाचल की युवा पीढ़ी आज भी राष्ट्रभक्ति और सेवा के मार्ग पर दृढ़ता से अग्रसर है।

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