केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला 15 वर्षों से अधर में, देहरा में निर्माण कार्य 79% पूरा
केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू) धर्मशाला, जो 2009 में अपने पहले शैक्षणिक सत्र के साथ शुरू हुआ था, 15 वर्षों बाद भी पूरी तरह साकार नहीं हो सका है।

सुमन महाशा। कांगड़ा
केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू) धर्मशाला, जो 2009 में अपने पहले शैक्षणिक सत्र के साथ शुरू हुआ था, 15 वर्षों बाद भी पूरी तरह साकार नहीं हो सका है। 512 करोड़ रुपये के बजट और सरकारों की अदला-बदली के बावजूद, धर्मशाला परिसर की एक भी ईंट नहीं लग पाई है।
मुख्य मुद्दे
धर्मशाला में निर्माण कार्य ठप:
•90 हेक्टेयर भूमि में निर्माण होना है।
•30 करोड़ रुपये केंद्रीय वन मंत्रालय और अन्य विभागों को जमा करवाने थे, जो पिछले दो वर्षों से रुके हुए हैं।
•राजनीतिक खींचतान के चलते 30% निर्माण शुरू नहीं हो सका।
देहरा में तेजी से काम:
•देहरा के व्यास परिसर में 115 हेक्टेयर भूमि पर 23 भवनों का निर्माण 79% तक पूरा हो चुका है।
•2025-26 के शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं शुरू करने की तैयारी।
राजनीतिक खेल
पिछले 15 वर्षों में भाजपा और कांग्रेस, दोनों सरकारों ने सीयू को सियासी फुटबॉल बना दिया है। धर्मशाला परिसर का निर्माण एनडीए सरकार में शिलान्यास के बावजूद आगे नहीं बढ़ सका।
आगे की योजना
•देहरा में काम युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन धर्मशाला के धौलाधार परिसर के लिए फंड और प्रशासनिक बाधाएं अभी भी बड़ी समस्या बनी हुई हैं।
•आगामी सत्र से देहरा में शैक्षणिक गतिविधियां शुरू करने का लक्ष्य है, लेकिन धर्मशाला परिसर का भविष्य अब भी अनिश्चित है।
•यह स्थिति इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा और विकास के मुद्दे राजनीति की भेंट चढ़ रहे हैं।
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