आर्थिक दर सर्वेक्षण रिपोर्ट के आंकड़े, राज्य की विकास दर दे रही सुधार के संकेत
बजट से एक दिन पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण रखा।

ब्यूरो। रोज़ाना हिमाचल
बजट से एक दिन पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को विधानसभा में आर्थिक सर्वेक्षण रखा। इसमें राज्य की विकास दर 7.1 फीसदी आंकी गई है, जो सुधार के संकेत दे रही है। प्रति व्यक्ति आय भी बढक़र 2,35,199 रुपए हो गई है, जो राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय से 49,345 रुपए अधिक है। हालांकि अपना राजस्व गिरने और केंद्र से मिलने वाला अनुदान कम होने के कारण वित्तीय चुनौतियां बढ़ रही हैं। सदन में रखी गई आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की विकास दर 6.9 प्रतिशत से वर्ष 2023-24 में 7.1 प्रतिशत रहेगी। कोरोना के बाद राज्य में पर्यटकों के आने का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है और 2023 में 1,60,000 पर्यटक हिमाचल आए। वर्तमान कीमतों पर राज्य का सकल घरेलू उत्पाद 2,07,430 करोड़ अनुमानित है। वर्ष 2023-24 में विनिर्माण क्षेत्र में 8.9 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो उद्योग क्षेत्र में दूसरी सबसे ऊंची वृद्धि दर है। सर्विस सेक्टर भी ग्रोथ दिख रहा है। हालांकि विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में 24000 मेगावाट में से अभी तक 11209 मेगावाट का दोहन ही किया जा सका है और इसमें भी सिर्फ 7.6 फीसदी हिमाचल सरकार के नियंत्रण में है। शेष का दोहन केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा है। हिमाचल में औद्योगिक क्षेत्र बिजली का सबसे बड़ा उपभोक्ता है, जो करीब 60 फ़ीसदी बिजली खर्च करता है, जबकि घरेलू खपत सिर्फ 24 फ़ीसदी है। हिमाचल में 55 फीसदी महिलाएं आर्थिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं, जो सभी पड़ोसी राज्यों की तुलना में ज्यादा है। हिमाचल में बेरोजगारी दर भी 4.4 प्रतिशत आंकी गई है।
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