दो हफ्तों में सड़क नहीं बनी तो धरने पर बैठूंगा: चौधरी राजेश परयाल
कांगड़ा की खस्ताहाल सड़कों को लेकर समाजसेवी चौधरी राजेश परयाल ने दो सप्ताह में मरम्मत कार्य शुरू न होने पर धरने व अनशन की चेतावनी दी है।

सुमन महाशा। कांगड़ा
कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र की टूटी-फूटी सड़कों पर जनता की परेशानी अब आंदोलन का रूप ले सकती है। समाजसेवी चौधरी राजेश परयाल ने चेतावनी दी है कि यदि दो सप्ताह के भीतर सड़क मरम्मत का कार्य शुरू नहीं होता, तो वे अपने साथियों के साथ एसडीएम कार्यालय कांगड़ा में धरने व अनशन पर बैठेंगे।
🚧 “जनता का दर्द जानना ही सच्ची समाजसेवा है”
राजेश परयाल ने अपने प्रेस बयान में कहा कि “समाजसेवी वह है जो जनता का दर्द जाने और नेता वह जो जनता का हित सोचे।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग धर्मशाला-शिमला पर सम्मेला सुरंग से कांगड़ा बाईपास चौक, कांगड़ा शहर, मटौर और टांडा फ्लाईओवर तक सड़क की स्थिति बेहद दयनीय है।
🛣️ खस्ताहाल सड़क से जनता परेशान
परयाल ने कहा कि इस मार्ग से रोजाना नेता, अधिकारी, अभिनेता और श्रद्धालु गुजरते हैं, लेकिन किसी को आम जनता की परेशानी दिखाई नहीं देती।
उन्होंने कहा कि टांडा अस्पताल आने वाले मरीज, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं इस सड़क की हालत के कारण भारी कष्ट झेल रही हैं।
“चंगर की जनता को कांगड़ा आने से पहले सौ बार सोचना पड़ता है। मंत्री और विधायक रोज इसी सड़क से गुजरते हैं, लेकिन किसी ने इसे सुधारने की कोशिश नहीं की,” — राजेश परयाल
⚠️ अनशन की चेतावनी
राजेश परयाल ने साफ चेतावनी दी है कि यदि लोक निर्माण विभाग (PWD) या एनएचएआई ने दो हफ्तों में काम शुरू नहीं किया, तो वे धरना और अनशन करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस स्थिति की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
🔚 निष्कर्ष
कांगड़ा की सड़क समस्या एक बार फिर चर्चा में है। जनता अब उम्मीद लगाए बैठी है कि प्रशासन जल्द कार्रवाई करेगा, ताकि यात्रा और आपातकालीन सेवाओं में राहत मिल सके।
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