करुणामूलक परिवारों ने एक बार फिर लगाई न्याय की गुहार
करुणामूलक परिवारों ने अपनी मांगों को लेकर जिला स्तर पर मीडिया के माध्यम से सरकार के सामने न्याय की गुहार लगाई है।

ब्यूरो। रोजाना हिमाचल
करुणामूलक परिवारों ने अपनी मांगों को लेकर जिला स्तर पर मीडिया के माध्यम से सरकार के सामने न्याय की गुहार लगाई है। आज धर्मशाला में राज्य आईटी सेल पदाधिकारी गुलशन कुमार की अध्यक्षता में करुणामूलक परिवारों की आवाज बुलंद की गई। इस दौरान राजीव कुमार, मनु कुमार, पंकज, साहिल, विशाल, रोहित, मीरा देवी, बिता देवी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
गुलशन कुमार ने कहा कि सरकार करुणामूलक परिवारों को कमेटी का हवाला देकर केवल तारीखों पर तारीखें दे रही है। इन परिवारों ने अपने घर का सदस्य खोया है और पिछले 15-20 वर्षों से सरकारी नौकरी के इंतजार में हैं। मौजूदा सरकार भी केवल आश्वासन दे रही है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले करुणामूलक परिवारों को 6 महीने के भीतर रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन ढाई साल बीतने के बावजूद भी ये परिवार नौकरी के लिए तरस रहे हैं। हर बार कमेटी मीटिंग के नाम पर सिर्फ तारीखें दी जा रही हैं और कोई ठोस समाधान नहीं निकल रहा।
करुणामूलक परिवारों का कहना है कि हर चुनाव के समय उन्हें लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही यह मुद्दा ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। परिवारों का यह भी कहना है कि यदि किसी विधायक की मृत्यु होती है, तो 6 महीने के अंदर उपचुनाव करवा दिया जाता है, लेकिन सरकारी कर्मचारी की मृत्यु होने पर उनके परिवारों को 15-20 साल तक नौकरी के लिए इंतजार करना पड़ता है।
गुलशन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार यदि वास्तव में जरूरतमंदों, गरीबों और दीन-दुखियों की सरकार है, तो करुणामूलक परिवारों की समस्या को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द समाधान निकालें
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