“आज की जरूरत है AI”—जीडीएसडी कॉलेज में विशेष वर्कशॉप

जीडीएसडी कॉलेज राजपुर में आईआईसी सेल ने जीआईएमएस के सहयोग से “एआई के लाभ-हानि और आत्मविश्वास विकास” पर कार्यशाला आयोजित की, जिसमें छात्रों को नई तकनीकों से अपडेट रहने पर जोर दिया गया।

Nov 21, 2025 - 22:48
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“आज की जरूरत है AI”—जीडीएसडी कॉलेज में विशेष वर्कशॉप
“आज की जरूरत है AI”—जीडीएसडी कॉलेज में विशेष वर्कशॉप

सुमन महाशा। कांगड़ा
गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज, राजपुर के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (IIC) द्वारा जीएनआईओटी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ (GIMS) के सहयोग से “एआई के लाभ-हानि एवं आत्मविश्वास का विकास” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।


एआई के फायदे-नुकसान पर विस्तृत चर्चा

कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में श्री बृजेश भाटिया, लीड स्ट्रैटेजी – कॉर्पोरेट लर्निंग एंड आउटरीच कैटेलिस्ट, ने भाग लिया।
उन्होंने छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के—

  • लाभ,

  • संभावित जोखिम,

  • करियर पर प्रभाव,

  • और आत्मविश्वास बढ़ाने के व्यावहारिक तरीकों
    पर विस्तृत जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि “समय तेजी से बदल रहा है, ऐसे में विद्यार्थियों को नई तकनीकों से हमेशा अपडेट रहना चाहिए।”


ग्रुप एक्टिविटी के माध्यम से आत्मविश्वास बढ़ाने की पहल

कार्यशाला में छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्नों को तेजी से हल करने के उपयोगी टिप्स भी दिए गए।
बेहतर कम्युनिकेशन और आत्मविश्वास के विकास के लिए कई ग्रुप एक्टिविटीज़ भी आयोजित की गईं।
भाटिया ने युवाओं को स्किल्ड बनने और अपने व्यक्तित्व को निखारने की दिशा में प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि तकनीक का विवेकपूर्ण प्रयोग हमें स्मार्ट बनाता है, लेकिन व्यक्तिगत बुद्धिमत्ता का विकास भी उतना ही महत्वपूर्ण है।


कॉलेज प्रबंधन ने बताया—आज की आवश्यकता है ऐसे कार्यक्रम

महाविद्यालय के निदेशक एवं प्रधानाचार्य डॉ. विवेक शर्मा ने कहा कि एआई जैसे विषय पर कार्यशालाएं आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत हैं।
उन्होंने बताया कि कॉलेज का उद्देश्य छात्रों को भविष्य की मांग के अनुरूप कौशलयुक्त बनाना है।


आयोजन टीम और गणमान्य उपस्थित

कार्यक्रम में IIC अध्यक्ष डॉ. शिल्पी, उपाध्यक्ष श्री अरविंद कुमार ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया।
सहायक प्राध्यापक अश्वनी कुमार ने अतिथि का जीवन-परिचय प्रस्तुत किया, जबकि यशविंदर सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

इस अवसर पर डॉ. मानेश्वर ठाकुर, डॉ. ज्योति, नेहा डोगरा और आईटी हेड संदीप गोपाल सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।


निष्कर्ष

कार्यशाला ने छात्रों में एआई की समझ को मजबूत करने के साथ-साथ आत्मविश्वास और स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा दिया। कॉलेज प्रबंधन ने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम जारी रखने की बात कही।

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