कांगड़ा में पोषण माह: महिलाओं को सिखाया लोकल फॉर वोकल
कांगड़ा में पोषण माह के दौरान महिलाओं को लोकल फॉर वोकल का महत्व समझाया गया। घरेलू वस्तुएं बनाने व आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया गया।

सुमन महाशा। कांगड़ा
कांगड़ा। बाल विकास विभाग कांगड़ा में इस समय आठवां पोषण माह धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर पंचायत वीरता में आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं को ‘लोकल फॉर वोकल’ का महत्व समझाया गया।
स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर
कार्यक्रम की अगुवाई वृत पर्यवेक्षिका तृप्ता देवी ने की। उन्होंने महिलाओं को बताया कि स्थानीय खाद्य पदार्थों और वस्तुओं का उपयोग न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह हमें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बनाता है।
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी
इस अवसर पर वीरता वार्ड की पंच बबीता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कादंबिनी, रजनी, सीमा, बेबी और कंचन सहित कई महिलाओं ने भाग लिया।
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महिलाओं को घरेलू वस्तुओं का उत्पादन और उपयोग करने की प्रेरणा दी गई।
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त्योहारों में स्थानीय खाद्य पदार्थों को अपनाने पर बल दिया गया।
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विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और स्वदेशी उत्पादों के प्रयोग का आह्वान किया गया।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
तृप्ता देवी ने कहा कि “स्वयं वस्तुएं बनाएं और स्वयं उनका प्रयोग करें। यही आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान है।”
महिलाओं ने भी इस पहल को सराहते हुए कहा कि इससे न केवल उनकी आय में बढ़ोतरी होगी बल्कि घर-परिवार भी सेहतमंद रहेगा।
निष्कर्ष
इस तरह के कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और स्वदेशी उत्पादों की ओर प्रेरित कर रहे हैं। पोषण माह के जरिए समाज में स्वास्थ्य और जागरूकता का संदेश भी फैल रहा है।
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