मणिमहेश यात्रियों को घर पहुंचाने में जुटा HRTC, 8120 सुरक्षित लौटे
एचआरटीसी ने मणिमहेश यात्रा से अब तक 8120 श्रद्धालुओं को सुरक्षित घर पहुँचाया। उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने कर्मचारियों को सराहा और राहत कार्यों की जानकारी दी।

सुमन महाशा। कांगड़ा
मणिमहेश यात्रा के दौरान चंबा-भरमौर में फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित घर पहुँचाने के लिए हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) लगातार सेवा दे रहा है। निगम उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने जानकारी दी कि 29 अगस्त से शुरू हुई इस विशेष बस सेवा से अब तक 8120 यात्री सुरक्षित अपने घर लौट चुके हैं।
कैसे चल रही है सेवा?
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एचआरटीसी ने अब तक 187 निशुल्क बसें चलाईं।
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यात्रियों को चंबा से पठानकोट और कांगड़ा तक सुरक्षित पहुंचाया गया।
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आपदा के समय भी निगम के कर्मचारियों ने दिन-रात सेवा की।
उपाध्यक्ष ने जताया आभार
अजय वर्मा ने एचआरटीसी के कर्मचारियों व अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा,
"आपदा के समय में भी हमारे कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं को घर तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया है। यह प्रदेश की सेवा करने का समय है और सभी को इसमें भागीदारी निभानी चाहिए।"
उन्होंने बताया कि सिर्फ मणिमहेश यात्रा ही नहीं, बल्कि मंडी जिले के थुनाग में आई आपदा के दौरान भी एचआरटीसी ने टेम्पो सेवाओं से लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया।
कांगड़ा में बारिश से नुकसान
अजय वर्मा ने कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में बारिश से हुए नुकसान का ब्यौरा भी दिया:
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लोक निर्माण विभाग को करीब ₹8 करोड़ का नुकसान।
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जल शक्ति विभाग को लगभग ₹14.58 करोड़ का नुकसान।
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वन विभाग को ₹18 लाख का नुकसान।
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16 कच्चे मकान और 156 गौशालाएं ढह गईं।
उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार के निर्देशानुसार सभी प्रभावित लोगों को शीघ्र राहत दी जाएगी।
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