एमसीएम डीएवी कांगड़ा में हिंदी पखवाड़ा, छात्रों ने चमकाया नाम
एमसीएम डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा में हिंदी पखवाड़ा आयोजित हुआ। विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्रों ने उत्साह से भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

कांगड़ा। सुमन महाशा
एमसीएम डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा में हिंदी को समर्पित “राजभाषा हिंदी पखवाड़ा” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. बलजीत सिंह पटियाल के दिशा-निर्देशन और जयशंकर प्रसाद कमेटी के सौजन्य से संपन्न हुआ।
इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की भाषायी, साहित्यिक और रचनात्मक क्षमताओं को प्रोत्साहित करना था।
प्रतियोगिताओं में छात्रों का शानदार प्रदर्शन
इस दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
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लघुकथा लेखन प्रतियोगिता – प्रथम: मानवी, द्वितीय: खुशबू, तृतीय: निकिता
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निबंध लेखन प्रतियोगिता – प्रथम: स्वाति, द्वितीय: पलक टंडन, तृतीय: सांवली
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पत्र लेखन प्रतियोगिता – प्रथम: सूचि, द्वितीय: राशि, तृतीय: नीवा
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भाषण प्रतियोगिता – प्रथम: अरुण, द्वितीय: मिलन, तृतीय: मुस्कान
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नारा लेखन प्रतियोगिता – प्रथम: मुस्कान व स्वाति (संयुक्त), द्वितीय: कशिश व समीक्षा, तृतीय: स्नेहा व रिधम
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कविता लेखन एवं पाठन प्रतियोगिता – प्रथम: मोनिका, द्वितीय: रुद्रांशी, तृतीय: अंशिका
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श्रुति लेखन प्रतियोगिता – प्रथम: सुहानी, द्वितीय: मुस्कान
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हिंदी प्रयोजन लेखन प्रतियोगिता – प्रथम: महक, द्वितीय: महक, तृतीय: अनमोल
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शब्दावली निर्माण प्रतियोगिता – प्रथम: मुस्कान, द्वितीय: आकांक्षा, तृतीय: अंजली
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प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता – प्रथम: अंचन, द्वितीय: महक, शिवानी व रुद्रांशी
हिंदी भाषा के प्रति बढ़ा उत्साह
छात्रों ने अपनी लेखनी, वक्तृत्व कौशल और रचनात्मकता के माध्यम से हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित किया।
प्रधानाचार्य डॉ. बलजीत सिंह पटियाल ने छात्रों को साहित्यिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और कहा कि हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में युवाओं की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा – “हिंदी पखवाड़ा छात्रों में भाषा के प्रति जागरूकता और रचनात्मकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय पहल है।”
अध्यापकों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर कॉलेज के प्राध्यापक वर्ग – प्रो. क्रांति मोदगिल, प्रो. संजीव सूरी, डॉ. आशीष मेहता, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. अनुपम, डॉ. सीमा देवी, प्रो. राकेश कुमार, प्रो. आशीष धीमान और प्रो. मोनिका भी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष
एमसीएम डीएवी महाविद्यालय कांगड़ा का यह हिंदी पखवाड़ा छात्रों में भाषा के प्रति उत्साह और रचनात्मकता का जीवंत उदाहरण बना। प्रतियोगिताओं में मिली सफलता ने न केवल प्रतिभाओं को निखारा, बल्कि हिंदी भाषा की गरिमा को भी बढ़ाया।
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