अरुण कूका के समर्थन में उतरी वाल्मीकि महासभा
अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा ने कहा कि पूर्व विधायक अरुण कूका ने वाल्मीकि समाज की आस्था पर कोई टिप्पणी नहीं की, यह सिर्फ राजनीतिक साजिश है।

सुमन महाशा। कांगड़ा
कांगड़ा। पूर्व विधायक अरुण कूका के खिलाफ चल रहे विवाद को लेकर अब अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा खुलकर उनके समर्थन में आ गई है। महासभा ने साफ किया है कि कूका ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया जिससे वाल्मीकि समाज की आस्था को ठेस पहुंचे।
वीडियो की समीक्षा के बाद दिया समर्थन
महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुदेश सहोंतरा, प्रदेश सफाई कर्मचारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुदेश काका और जिला अध्यक्ष अशोक गढ़वालिया सहित पूरी कार्यकारिणी ने कहा कि कूका की वीडियो कई बार सुनी गई।
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वीडियो की गहन समीक्षा की गई और अभिवक्ताओं से राय ली गई।
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इसमें कहीं भी भगवान वाल्मीकि के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं मिली।
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यह पूरा मामला महज एक राजनीतिक स्टंट बताया गया।
घोटाले का पर्दाफाश बना असली कारण
महासभा पदाधिकारियों ने कहा कि यह विवाद असल में अरुण कूका द्वारा कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में 24 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा करने के बाद खड़ा किया गया।
उन्होंने सवाल उठाया कि यदि बयान में सचमुच कोई आपत्तिजनक बात होती तो सीधे एफआईआर दर्ज होती, न कि केवल ज्ञापन दिए जाते।
नेताओं को दी नसीहत
महासभा ने कहा कि विरोध करने वालों को अरुण कूका नहीं, बल्कि उस फिल्म का विरोध करना चाहिए जिसमें अक्षय कुमार भगवान वाल्मीकि का किरदार निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कूका का वाल्मीकि समाज से गहरा जुड़ाव है और वह हमेशा सभी से दिल से जुड़कर काम करते हैं।
जल्द अधिकारियों से मुलाकात
महासभा ने ऐलान किया कि वे शीघ्र ही डीसी कांगड़ा और एसपी धर्मशाला से मिलकर इस पूरे मामले पर अपनी बात रखेंगे।
निष्कर्ष
अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा का यह बयान अरुण कूका को बड़ी राहत दे सकता है। विवाद को लेकर जहां विरोधी उन्हें घेरने की कोशिश में हैं, वहीं समाज का एक बड़ा वर्ग उनके समर्थन में मजबूती से खड़ा दिखाई दे रहा है।
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