नशीले पदार्थों और रैगिंग पर नूरपुर कॉलेज में सेमिनार, वकील ने बताई कानून की सख्ती
राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर में विद्यार्थियों को नशीले पदार्थों और रैगिंग के दुष्परिणामों को लेकर जागरूक करने हेतु सेमिनार आयोजित किया गया। विशेषज्ञ वकील एसके गुप्ता ने कानूनों की जानकारी देते हुए छात्रों को इनसे दूर रहने के लिए प्रेरित किया।

रघुनाथ शर्मा। नूरपुर
राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर में आज “नशीले पदार्थों के सेवन व शिक्षण संस्थानों में रैगिंग” विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार ठाकुर के निर्देशन में नशा निवारण समिति और एंटी रैगिंग समिति द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया।
इस सेमिनार में विशेषज्ञ वक्ता के रूप में नूरपुर कोर्ट में कार्यरत वकील श्री एस.के. गुप्ता ने छात्रों को संबोधित करते हुए नशीले पदार्थों की बढ़ती प्रवृत्ति, कानूनी दंड, और रैगिंग की गंभीरता पर विस्तार से जानकारी दी।
👨⚖️ क्या कहा वकील एस.के. गुप्ता ने:
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युवाओं में भांग, चरस, चिट्टा, अफीम जैसी नशीली चीजों का सेवन तेजी से बढ़ रहा है।
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ड्रग तस्करी (smuggling) और पेडलिंग में लिप्त पाए जाने पर कठोर कानूनी सजा का प्रावधान है।
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विद्यार्थियों को नशे से बचने के लिए उपयोगी गतिविधियों में खुद को व्यस्त रखने की सलाह दी।
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रैगिंग अब कानूनन अपराध है, और इसमें लिप्त पाए जाने पर जेल तक की सजा संभव है।
सेमिनार में कॉलेज के लगभग 170 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. दिलजीत सिंह ने विषयों की प्रस्तावना दी, जबकि एंटी रैगिंग समिति के संयोजक प्रो. मनजीत सिंह ने कार्यक्रम के दूसरे भाग में छात्रों को रैगिंग से जुड़ी संवेदनशीलता और सतर्कता पर जागरूक किया।
कार्यक्रम में प्रो. अल्का, प्रो. मोनिका, प्रो. भारती, डॉ. अनिल कुमार और डॉ. रोहित कुमार सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे।
🎯 कार्यक्रम का उद्देश्य:
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युवाओं में नशे के खिलाफ सामाजिक चेतना पैदा करना।
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शिक्षण संस्थानों में रैगिंग जैसी कुप्रथाओं के विरुद्ध सख्त रुख अपनाना।
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कानून की जानकारी देकर छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनाना।
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