पेंशनर्स के बकाया अटके, बिजली बोर्ड पर भड़के सेवानिवृत
नादौन में बिजली बोर्ड पेंशनर्स ने बैठक कर बकाया लाभ न मिलने पर नाराजगी जताई। प्रबंधन पर वादाखिलाफी व तानाशाही रवैये का आरोप लगाया।

ब्यूरो रिपोर्ट। हमीरपुर
विद्युत बोर्ड पेंशनर्स फोरम इकाई नादौन की बैठक मंगलवार को इकाई अध्यक्ष राजकुमार चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में इकाई सचिव विधि चंद सनौरिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगत राम, सेवानिवृत लेखाधिकारी सुरेश कुमार शर्मा, सेवानिवृत अवर सचिव के. एल. शर्मा सहित बड़ी संख्या में पेंशनर्स मौजूद रहे।
बैठक में विशेष रूप से उपस्थित फोरम के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि बिजली बोर्ड लिमिटेड के कुप्रबंधन के कारण 2022 के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों को लीव इनकैशमेंट और ग्रेच्यूटी जैसे वित्तीय लाभों का भुगतान ढाई साल तक नहीं हो पाया है। यहां तक कि सरकार के आदेशों के बावजूद 70 से 75 वर्ष की आयु वर्ग के पेंशनर्स को 30 प्रतिशत बकाया राशि का भुगतान भी लंबित है।
खरवाड़ा ने आरोप लगाया कि निदेशक वित्त ने 10 जून 2025 को पेंशनर्स के साथ बैठक में तीन महीने के भीतर बकाया भुगतान का आश्वासन दिया था, लेकिन वादाखिलाफी की जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब बोर्ड 315 करोड़ रुपये के मुनाफे का दावा कर रहा है तो पेंशनर्स की देनदारियां क्यों नहीं चुकाई जा रही हैं।
उन्होंने प्रबंधन पर चार्जशीट और निलंबन के जरिए कर्मचारियों में दहशत फैलाने, सरकारी आदेशों का उल्लंघन करने और रेस्ट हाउस को निजी इस्तेमाल में लाने जैसे गंभीर आरोप लगाए।
खरवाड़ा ने कहा कि 12 जुलाई को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ हुई बैठक में पेंशनर्स से जुड़े मामलों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे, लेकिन अब तक उनका अमलीजामा नहीं पहनाया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर लंबित वित्तीय लाभों की अदायगी और चार्जशीट वापसी के मामलों में आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की।
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