इस धाम में हर लौ है एक अलग शक्ति का प्रतीक

हिमाचल के ज्वाला जी मंदिर का रहस्य आज भी कायम है, जहां बिना ईंधन सदियों से जल रही हैं अग्नि ज्वालाएं। श्रद्धालु इसे शक्ति पीठ मानते हैं।

Sep 12, 2025 - 06:52
Sep 12, 2025 - 06:51
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इस धाम में हर लौ है एक अलग शक्ति का प्रतीक
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🔥 जहां बिना तेल-समान के सदियों से जल रही हैं ज्वालाएं

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले में स्थित ज्वालामुखी मंदिर को शक्ति पीठों में से एक माना जाता है। इस मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य यह है कि यहां धरती की गोद से बिना किसी तेल, घी या लकड़ी के अनंत ज्वालाएं निकल रही हैं। कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहां माता सती की जीभ गिरी थी। तभी से इस पवित्र भूमि पर अग्नि प्रकट हुई और आज तक जल रही है। वैज्ञानिक भी बार-बार रिसर्च कर चुके हैं लेकिन इस रहस्य का पूरा राज़ आज तक सामने नहीं आ पाया। यही कारण है कि इसे देवी शक्ति का अद्भुत चमत्कार माना जाता है।

🌺 सती की जीभ गिरी और शुरू हुआ शक्ति पीठ का चमत्कार

पौराणिक कथा के अनुसार जब दक्ष यज्ञ में अपमानित होकर माता सती ने अपनी देह त्याग दी थी, तब भगवान शिव दुखी होकर सती के शरीर को लेकर घूमने लगे। भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से उनके शरीर को 51 भागों में विभाजित कर दिया। जिन स्थानों पर अंग गिरे, वे शक्ति पीठ बने। माना जाता है कि कांगड़ा के इस स्थान पर सती की जीभ गिरी थी और तभी से यहां अग्नि की ज्वालाएं प्रकट होती हैं।

🔥 मूर्ति नहीं, धरती की गोद से उठती अनोखी ज्वालाएं

ज्वाला जी मंदिर की विशेषता यह है कि यहां किसी मूर्ति की नहीं, बल्कि स्वयंभू अग्नि की आराधना होती है। मंदिर में नौ अलग-अलग स्थानों से ज्वालाएं निकलती हैं जिन्हें महाकाली, अन्नपूर्णा, चंडी, हिंडला, लक्ष्मी, सरस्वती, अंबिका, अंजी देवी और महाकाली के स्वरूप में पूजा जाता है। वैज्ञानिक भी आज तक यह रहस्य नहीं सुलझा पाए कि बिना ईंधन यह ज्वालाएं कैसे जल रही हैं।

👑 अकबर की हार: जब सम्राट भी न बुझा पाया अग्नि का राज़

इतिहास में एक प्रसंग मिलता है कि मुगल सम्राट अकबर ने जब इस चमत्कार की बात सुनी तो वह स्वयं मंदिर पहुंचा। उसने इस ज्वाला को बुझाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा। तब उसने मां को स्वर्ण छत्र अर्पित किया। किंतु अगली ही सुबह वह छत्र राख में बदल चुका था। यह घटना आज भी श्रद्धालुओं के बीच आस्था और विश्वास का प्रमाण मानी जाती है।

🌸 आस्था का सैलाब: हर साल उमड़ता है भक्तों का हुजूम

हर साल लाखों श्रद्धालु ज्वाला जी के दर्शन के लिए कांगड़ा पहुंचते हैं। मान्यता है कि जो भी भक्त मां ज्वाला के दर्शन करता है, उसके जीवन से संकट दूर हो जाते हैं। नवरात्रों के दौरान यहां भव्य मेले और विशेष आयोजन होते हैं, जब मंदिर परिसर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है।

अगर आप ज्वाला जी की इस रहस्यमयी कथा को और विस्तार से जानना चाहते हैं, तो हमारा पूरा वीडियो देखें।
🎥 अभी देखें यहां: [https://youtu.be/cpNQPSoB9YY?si=NqXlesS3gatqmGyf]

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