मां चिंतपूर्णी दरबार में रोपवे के निर्माण कि कोई जरूरत नहीं, व्यापार मंडल और स्थानीय लोगों ने किया विरोध
विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी दरबार में रोपवे के निर्माण को लेकर व्यापार मंडल और स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है।

ब्यूरो। रोजाना हिमाचल
मां चिंतपूर्णी दरबार में रोपवे के निर्माण को लेकर व्यापार मंडल और स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है। व्यापार मंडल चिंतपूर्णी के प्रधान वासुदेव, विनोद कालिया, निरंजन कालिया ने कहा है कि सरकार चिंतपूर्णी में रोपवे के निर्माण को लेकर योजना बना रही है, लेकिन चिंतपूर्णी में कहीं भी रोपवे बनाने की जरूरत नहीं है। व्यापार मंडल ने कहा है कि प्रदेश सरकार चिंतपूर्णी मंदिर में सुविधाएं देने के नाम पर दुकानदारों का कारोबार बंद न करे।
दुकानदारों का कहना था कि सुविधाएं ऐसी होनी चाहिए, जिससे स्थानीय लोगों के व्यापार को कोई नुक्सान न हो। व्यापार मंडल के सदस्यों का कहना है कि पहले से ही चिंतपूर्णी मंदिर में ई-व्हीकल चले हुए हैं जिससे स्थानीय दुकानदारी पर काफी प्रभाव पड़ा है। जो यात्री ई-व्हीकल से मन्दिर तक जाता है, वही यात्री वापस भी ई- व्हीकल में बैठकर बाबा माईंदास सदन में पहुंच जाता है। ई-व्हीकल में बैठकर आने जाने की वजह से श्रद्धालुओं द्वारा बाजार में किसी भी तरह की कोई खरीदारी नहीं की जाती।
व्यापार मंडल ने कहा कि ई- व्हीकल से श्रद्धालुओं को मंदिर तक ले जाया जाए, लेकिन वापस पैदल ही बाजार से जाएं। साथ ही ये भी कहा कि चिंतपूर्णी में इतनी ज्यादा ढलान नहीं है कि यहां रोपवे बनाया जाए। सरकार इस फैसले पर फिर विचार करे ताकि यहां के लोगों की रोजी रोटी चली रहे । व्यापार मंडल ने शुक्रवार को इस बारे में एक बैठक करने का भी निर्णय लिया है।
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